अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर फिर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि, उन्होंने कहा है कि उसके साथ नए परमाणु करार के लिए रास्ते खुले हैं। इससे पहले मई 2018 में अमेरिका ने ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु करार से खुद को अलग कर लिया था।
ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगने से भारत जैसे देशों पर असर पड़ेगा, जो वहां बड़े पैमाने पर कच्चा तेल निर्यात करते हैं।ट्रम्प ने कहा अमेरिका 14 जुलाई 2015 को संयुक्त व्यापक योजना के तहत ईरान से हटाए गए परमाणु कार्यक्रम संबंधी प्रतिबंधों को दोबारा लागू कर रहा है।
यह फैसला 7 अगस्त से मान्य होगा। बाकी सभी परमाणु कार्यक्रम और प्रतिबंध 5 नवंबर 2018 से लागू होंगे। इसके अंतर्गत पेट्रोलियम संबंधी और विदेशी वित्तीय संस्थानों से लेन-देन समेत ईरान का ऊर्जा क्षेत्र भी आएगा।ट्रम्प ने यह भी कहा कि वह ज्यादा बड़े परमाणु सौदे के लिए अब भी तैयार हैं।
इसके लिए ईरानी को बैलिस्टिक मिसाइल और आतंकवाद का समर्थन समेत अपनी सभी घातक गतिविधियों की जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल अमेरिका सभी प्रतिबंध लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और ईरान के साथ व्यापार करने वाले सभी देशों के साथ मिलकर काम करेगा। ट्रम्प ने चेतावनी दी कि ईरान के साथ गतिविधियां कम न करने वाले संस्थानों और लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।