कोरोना महामारी के मामलों ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है. खासकर, अमेरिका में स्थिति चिंताजनक हो गई है, जिसके मद्देनजर हाई रिस्क वाले इलाकों में टीके की दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है.
यह खबर एक तरह से उन सभी लोगों के लिए चेतावनी है, जो यह मान बैठे हैं कि कोरोना चला गया है और उन्होंने नियमों के उल्लंघन को अपनी आदत बना लिया है.अमेरिका में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की वजह से नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर रोशेल वेलेंस्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मास्क पर लिए गए फैसले के बारे में बताया. उन्होंने इस दौरान कहा कि वैक्सीन असरदार है, लेकिन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की वजह से आगे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. इसलिए मास्क पहनना जरूरी है.
रोशेल वेलेंस्की ने कहा कि ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों में CDC कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोगों को भी मास्क पहनने का सुझाव देता है. सीडीसी के डेटा के मुताबिक, दक्षिणी अमेरिका में सबसे ज्यादा संक्रमण देखा गया है.
हालांकि, उत्तरपूर्वी जैसे देश के उन हिस्सों में जहां सबसे ज्यादा टीकाकरण हुआ है, वहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन की दर सीमित है. अमेरिका में प्रति एक लाख पर 100 से ज्यादा संक्रमण के मामले आने को हाई रिस्क श्रेणी में रखा गया है.
CDC की एक रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया गया था कि टीका ले चुके लोग जब संक्रमित होते हैं, तो उनका वायरल लोड टीका न लेने वालों के बराबर ही होता है. सीडीसी का कहना है कि इस रिसर्च के बाद यह कहा जा सकता है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं.
सीडीसी ने मई में वैक्सीन लगवा चुके लोगों को मास्क न पहनने का सुझाव दिया था, लेकिन अब उसने लोगों से मास्क लगाने की अपील की है. अमेरिका में पिछले कई दिनों से कोरोना के नए केसों में तेजी देखी जा रही है.
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के 60 हजार से ज्यादा नए केस आए हैं और अब वह एक बार फिर से पहले स्थान पर पहुंच गया है. इसी तरह दुनिया के कई अन्य देशों में भी संक्रमण की रफ्तार में तेजी दर्ज की गई है, जिससे संकेत मिलते हैं कि कोरोना वायरस फिर से पहले जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकता है.