भारत एक ऐसा देश है जहां शादिया बड़ी धूम धाम से की जाती है इसलिए हमें हर दिन शादियों में कुछ नया और इनोवेटिव देखने को मिल जाता है। किसी भी शादी को भव्य रूप देने के लिए हमें वेडिंग से रिलेटेड व्यवसाय करने वाले लोगों की जरूरत होती है जिन्हे हम वेडिंग वेंडर्स ( Wedding Vendors ) भी कहते है। जैसे हर कामयाब आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है वैसे ही किसी वेडिंग ( Wedding ) को सफल बनाने के पीछे बहुत सारे वेंडर्स अपना योगदान देते है। www.abcevent.in
जब आप किसी भी शादी में जाते है तो उस वेन्यू में एंट्री से लेकर दुल्हन की विदाई तक जो भी चीजे आप उस शादी में देखते है जैसे की – टेंटिंग,( Tenting ) फ्लावर डेकोरेशन, (Flower Decoration ) कैटरिंग, (Catering ) बैंड बाजा (Band baja ) आदि ये सारा सामान किसी न किसी वेंडर के थ्रू उस वेडिंग में लाया जाता है इसलिए वेंडर्स को वेडिंग इंडस्ट्री का हार्ट भी कहा जाता है।
किसी भी वेंडर को मैनेज (Vendor Management ) करने की शुरुआत रिलेशनशिप से होती है आपको अपने वेंडर के साथ ऐसे रिलेशन बनाने पड़ेंगे की वो आपके एक बार कहने पर किसी भी काम को आसानी से कर दें।
शुरुआत में आपको अपने लिए कुछ अच्छे और रिलाएबल वेंडर्स ढूंढने होंगे जो आपको मार्किट से बेस्ट प्राइस दें सकें ताकि आप प्राइसिंग पॉइंट पर आकर न फसे और Competition को बीट कर सकें।
किसी भी वेंडर के साथ काम करने से पहले एक बार उस वेंडर के लाइव फंक्शन में जाकर जरूर देख लें की वो किस क़्वालिटी का काम करता है, उसके पास अपनी Inventory में क्या – क्या सामान है अगर possible हो तो उस वेंडर्स से उसके टेस्टीमोनियल भी जरूर मांग ले क्यूंकि कई बार कुछ फेक वेंडर्स अपनी वर्क प्रोफाइल (Vendor work Profile ) में दूसरे लोगों का काम आपको भेज देते है, तो किसी भी वेंडर को बुक करने से पहले ये सभी चीजे जरूर चेक करलें ताकि मार्किट में आपका नाम ख़राब न हो।
वेडिंग वेंडर्स वेडिंग के रियल हीरोस होते है इन्हे किसी भी इवेंट की डेट लिखवाते समय स्पेशल फील करायें उन्हें बातों बातों में बताये की आप उस इवेंट के लिए कितने स्पेशल है साथ ही उन्हें इवेंट पर इन्वाइट करें उनको काम की रेस्पोंसिब्लिटी दे जिसका फायदा आपको ये मिलेगा की वो पूरा इवेंट लेबर के भरोसे नहीं रहेगा ऊपर से अगर वहां उनका मालिक खड़ा होकर लेबर से काम कराएगा तो वो जल्दी जल्दी काम को ख़त्म करेंगे और उस वेंडर के साथ आपका रिलेशन भी स्ट्रांग होगा।
कई बार ऐसा होता है की हैवी डेट्स (Heavy wedding Dates ) पर वेंडर्स अपनी कैपेसिटी से ज्यादा इवेंट पकड़ लेते है और फिर किसी और वेंडर्स से सामान जुगाड़ते है जिसकी वजह से कई बार उनके काम की क़्वालिटी में भी कमी आ जाती है तो इसलिए कभी भी वेंडर को 100% अमाउंट न दें काम पूरा ठीक से हो जाने के बाद ही उनकी पेमेंट करें नहीं तो कई बार ऐसा होता है की पूरी पेमेंट लेने के बाद वेंडर्स आपकी बात नहीं सुनते है।
अगर आप चाहते है की कोई भी वेंडर लम्बे समय तक आपके साथ काम करता रहें तो आपको उस पर भरोसा दिखाना होगा , हमेशा टाइम टू टाइम वेंडर की पेमेंट क्लियर रहनी होगी क्यूंकि अक्सर ये देखा जाता है की कई इवेंट मैनेजमेंट कम्पनिया (Event Management Comapany ) वेंडर्स से काम तो करा लेती है लेकिन उन्हें पैसे नहीं देती या फिर उन्हें पेसो के लिए चक्कर कटवाते है, अगर आप अपने वेंडर की पेमेंट समय से देते रहेंगे तो वो वेंडर्स हमेशा आपके लिए लॉयल रहेंगे और हैवी डेट्स पर भी आपके लिए सेम रेट्स पर काम करेंगे।
अगर आप अपनी कंपनी को ग्रो करना चाहते है तो आपको अपने वेंडर्स को खुश रखना होगा, आपको अपनी Vendor Contact List स्ट्रांग बनानी पड़ेगी क्यूंकि कई बार इवेंट्स पर कुछ ऐसी चीजे हो जाती है जिसमे आपको एन्ड मोमेंट पर अचानक से बहुत सी चीजे अरेंज करनी पड़ जाती है तो आपके पास उन चीजों को अरेंज करने का जुगाड़ होना चाहिए तभी आप इस इंडस्ट्री में Successful हो सकते है।
By Rahul Kumar