सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को यह कहते हुए पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की कड़ी आलोचना की कि कश्मीर पर उनकी टिप्पणियां बिल्कुल स्तब्धकारी, गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्रवाद विरोध के निकटस्थ हैं और तथा उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस का रुख जानना चाहा। चिदंबरम ने शुक्रवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर के बारे में एक सवाल के कथित जवाब में कहा था कि वह महसूस करते हैं कि वहां के हालात खराब हैं और कई गलतियां की गईं हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए अब लगभग काफी देरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा था अब (कश्मीर में हत्याओं का) ग्राफ तेजी से बढना लगा है। वर्ष 2017 में यह ग्राफ चिंताजनक ढंग से बढ़ रहा है। कल ही लोग मारे गए। जब तक हम इस कार्रवाई और जवाबी कार्रवाई पर विराम नहीं लगाते, लोगों के पास बातचीत के लिए नहीं पहुंचते, उनके साथ संवाद नहीं करते, मैं समझता हूं कि जम्मू कश्मीर शायद (हाथ से) निकलने के करीब न पहुंच जाए। मैं ‘निकल जाना’ नहीं कहना चाहता लेकिन यह निकलने के करीब है।
इस पर नायडू ने कहा पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदम्बदम के ऐसे बयान बिल्कुल स्तब्धकारी, गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्रवाद विरोध के निकटस्थ’ हैं। यह और ही निंदनीय है क्योंकि वह पूर्व गृह मंत्री हैं तथा वह कश्मीर आतंकवाद से निबटने की जटिलताओं से वाकिफ हैं। कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह श्री चिदम्बरम के दृष्टिकोण से सहमत है या नहीं।