यूपी में पांचवें चरण के लिए वोटिंग जारी

यूपी में पांचवें चरण में नेपाल से लगे तराई और पूर्वी अंचल के 11 जिलों की 51 विधानसभा सीटों के लिये मतदान आज सुबह सात बजे शुरू हुआ.निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचवें चरण में बलरामपुर, गोण्डा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीरनगर, अमेठी और सुल्तानपुर जिले की 51 विधानसभा सीटों के लिये मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया.

शाम पांच बजे तक जो भी मतदाता मतदान केन्द्र में आमद दर्ज करा देंगे, उन्हें वोट डालने का मौका दिया जाएगा.मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है. खुशगवार मौसम होने के कारण सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें देखी जा रही हैं. पांचवें चरण में करीब 83 लाख 80 हजार महिलाओं समेत कुल एक करोड़ 81 लाख 71 हजार 826 मतदाता 12 हजार 555 मतदान केन्द्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.

इस चरण में 40 महिलाओं समेत कुल 607 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. अमेठी में सबसे अधिक 24 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. सबसे कम छह उम्मीदवार सिद्धार्थनगर की कपिलवस्तु और इटावा सीट पर हैं.अंबेडकरनगर के आलापुर में सपा प्रत्याशी चंद्रशेखर कनौजिया के निधन के कारण चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख नौ मार्च निर्धारित की है. 

इस चरण में 2351 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिये पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय बल तथा पुलिस बल तैनात किया गया है.मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिये 52 सामान्य पर्यवेक्षक, 13 व्यय पर्यवेक्षक तथा छह पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किये गये हैं.

वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा ने कुल 52 सीटों में से 37 सीटें जीती थीं. भाजपा और कांग्रेस को पांच पांच सीटें मिली थीं जबकि बसपा को तीन और पीस पार्टी को दो सीटें हासिल हुई थीं.श्रावस्ती, बलरामपुर, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर में सपा प्रत्याशियों ने हर सीट पर जीत दर्ज की थी.

पांचवें चरण के चुनाव में अमेठी सीट से सपा के टिकट पर सरकार के विवादास्पद मंत्री गायत्री प्रजापति के साथ-साथ कांग्रेस उम्मीदवार अमिता संह और भाजपा प्रत्याशी गरिमा सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर है.इसके अलावा राज्य सरकार के मंत्री एस. पी. यादव (गैंसड़ी), विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह (तरबगंज), तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय (अयोध्या) तथा बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर (अकबरपुर) की सियासी हैसियत का अंदाजा भी इस चरण के चुनाव में लग जाएगा.

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *