अखिलेश यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा.रविवार को कुशीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है. मोदी 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नहीं बन सकेंगे.उन्होंने कहा प्रधानमंत्री की मन की बातें समझ से बाहर हैं. मोदी जी ने जनता को दुख दिया है. लोग ईमानदारी से कमाए पैसे के लिए महीनों लाइन में लगे रहे. लोकतंत्र में जो सरकारें जनता को दुख देती है, मौका पाते ही जनता उन्हें सजा दे देती है.
मोदी जी ने लोकसभा चुनाव के समय जो वादे किए थे, एक भी पूरा नहीं किया. उन्होंने जनता को धोखा दिया है.अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने नोटबंदी के दौरान लाइन में हुई मौतों पर परिजनों की मदद की. उन्हें दो-दो लाख रुपये सहायता राशि दी, लेकिन इतना बोलने वाले मोदी के मुंह से नोटबंदी में जान गंवाने वालों के लिए संवेदना के दो शबद नहीं निकले.
उन्होंने कहा नोटबंदी के दौरान हमने शादियों और गंभीर बीमारियों में मरीजों की मदद की. हमने छात्रों को लैपटॉप दिए और मजदूरों को साइकिलें दीं. समाजवादी पेंशन से गरीब महिलाओं की मदद की. एम्बुलेंस की व्यवस्था की. इसके साथ-साथ पुलिस व्यवस्था को मजबूत करते हुए डायल 100 सेवा शुरू की. लेकिन प्रधानमंत्री जी ने तीन साल में क्या किया? क्या किसी के खाते में 15 लाख रुपये आया? क्या विदेश से कालाधन वापस आया?
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की असलियत जनता के सामने आ चुकी है. 2019 में मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बन सकेंगे. जनता उन्हें नोटबंदी और वादाखिलाफी का जवाब देगी.उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के लिए अब तक चार चरणों के मतदान हो चुके हैं और चारों ही चरणों में समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन दूसरे दलों के मुकाबले में बहुत आगे है.बसपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा बसपा और भाजपा एक-दूसरे से मिलकर चल रही हैं. बुआ जी भाजपा के साथ रक्षाबंधन मनाने लगे कहा नहीं जा सकता.