Tag Archives: श्रीराम

Role of Hanuman in Kaliyuga । कलियुग में कहां रहते हैं हनुमानजी जानें

Role of Hanuman in Kaliyuga : श्री हनुमान श्रीराम-भक्तों के परमधार, रक्षक और श्रीराम-मिलन के अग्रदूत हैं। रुद्र अवतार श्रीहनुमान का बल, पराक्रम, ऊर्जा, बुद्धि, सेवा व भक्ति के अद्भुत व विलक्षण गुणों से भरा चरित्र सांसारिक जीवन के लिए आदर्श माना जाता हैं। यही वजह है कि शास्त्रों में श्रीहनुमान को ‘सकलगुणनिधान’ भी कहा गया है। हिन्दू पौराणिक मान्यताओं …

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How to chant Hare Krishna Mantra । कैसे जानें भगवान श्री कृष्ण के प्रभावी मन्त्रों कर बारे में

How to chant Hare Krishna Mantra: कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब-जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी न किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं। वैसे तो भगवान विष्णु ने अभी तक तेईस …

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Mantras of importance in human life । मन्त्रों का मनुष्य के जीवन में महत्त्व।

मन्त्रों का मानव जीवन में अपना एक अलग ही महत्व होता है। मन्त्रों के द्वारा मनुष्य अपने सभी काम सिद्ध कर लेता है। और अपने जीवन को खुशहाल बनता है। रामचरित मानस जन-जन में लोकप्रिय एवं प्रामाणिक ग्रंथ हैं। इसमें , चौपाई पाठक के मन पर अद्‍भुत प्रभाव छोड़ते हैं। इस प्रकार इन्हें चमत्कारिक मंत्र भी कहा जा सकता है। …

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Aranya Duvadashi Vrat Vidhi । अरण्य द्वादशी व्रत विधि

अरण्य द्वादशी व्रत मार्गशीर्ष मास की शुक्ल एकादशी को रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की जनार्दन रूप में पूजा करने का विशेष विधान है। भविष्यपुराण के अनुसार स्वयं सीता जी ने इस व्रत को श्रीराम के कहने पर वनवास के दौरान रखा था तथा ऋषि पत्नियों को प्रसन्न किया था। यह व्रत हर माह की शुक्ल एकादशी को …

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Ram setu History – रामसेतु तथा राम के युग की प्रामाणिकता

रामसेतु तथा राम के युग की प्रामाणिकता हम भारतीय विश्व की प्राचीनतम सभ्यता के वारिस है तथा हमें अपने गौरवशाली इतिहास तथा उत्कृष्ट प्राचीन संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। किंतु दीर्घकाल की परतंत्रता ने हमारे गौरव को इतना गहरा आघात पहुंचाया कि हम अपनी प्राचीन सभ्यता तथा संस्कृति के बारे में खोज करने की तथा उसको समझने की इच्छा ही …

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