Paths for the Future : भविष्य पुराण भारत की प्राचीन सनातन संस्कृति का एक अनमोल हिस्सा है। यह 18 पुराणों में से एक है, इसके रचयिता महर्षि वेद व्यास हैं। व्यास जी ने यह पुराण कलियुग में होने वाली घटनाओं के उपर लिखा है। इसकी विषय-वस्तु एवं वर्णन-शैलीकी दृष्टि से अत्यन्त उच्च कोटि का है। इसमें धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, …
Read More »Tag Archives: भविष्य पुराण
Ashunya shayan vrat vidhi । अशून्य शयन व्रत विधि
अशून्य शयन व्रत का हिन्दू धर्म में एक विशेष महत्त्व है। भविष्य पुराण के अनुसार अशून्य शयन व्रत श्रावण कृष्ण पक्ष के दूसरे दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। पति-पत्नी के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए इस व्रत को बेहद अहम माना जाता है। क्या करे अशून्य शयन व्रत …
Read More »Vat Savitri Vrat VIdhi । वट सावित्री व्रत विधि
हिन्दू धर्म में वट सावित्री व्रत को करवा चौथ के समान ही माना जाता है। स्कन्द व भविष्य पुराण के अनुसार वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को किया जाता है, लेकिन निर्णयामृतादि के अनुसार यह व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को करने का विधान है। भारत में वट सावित्री व्रत अमावस्या को रखा जाता …
Read More »Akshaya Tritiya । अक्षय तृतीया
भविष्य पुराण के अनुसार वैशाख पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। अक्षय का शाब्दिक अर्थ कभी भी नष्ट न होने वाला है। वैसे तो साल की सभी तृतीया तिथि शुभ होती हैं, लेकिन वैशाख महीने की तृतीया सभी कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। अक्षय तृतीया के दिन किसी नए कार्य की शुरुआत करना …
Read More »