1. उत्तर-पूर्व दिशा में पढ़ाई करना चाहिए। पढऩे वाले विद्यार्थी को ईशान कोण (उत्तर-पूर्व का कोना) की ओर मुंह करके अध्ययन करना चाहिए। यदि ऐसा संभव न हो तो, प्रथम पूर्व या द्वितीय उत्तर या तृतीय पश्चिम मुंह करके अध्ययन चाहिए। दक्षिण मुंह करके अध्ययन ठीक नहीं है। 2. अध्ययन कक्ष में यदि जलपान, नाश्ता भी किया हो तो जूंठे …
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