ग्वालियर में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. हत्या करने वाला कोई और नहीं मृतक का नजदीकी रिश्तेदार का बेटा ही निकला है. पुलिस ने 72 घंटे के भीतर सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर का खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने लूट की नियत को लेकर घटना को अंजाम दिया था.
जिसने अपने मौसा, मौसी और उनकी बेटी को मौत के घाट उतार दिया था.दरअसल मामला मुरार थाना क्षेत्र के तिकोनिया पार्क के पास का है. 6 सितंबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां रहने वाले जगदीश पाल उनकी पत्नी सरोज और 11 साल की बेटी कीर्ति पाल का शव घर में पड़ा हुआ है.
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने जब फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मामले की जांच की तो यह एक अंधी हत्या की गुत्थी की तरफ इशारा कर रहा था. जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से मामले की जांच शुरू कर दी.
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो मुखबिर से सूचना मिली की मृतक जगदीश के घर के सामने रहने वाला उनके साढू का बेटा आदतन अपराधी है, मुखबिर ने संभावना जाहिर की लूट की नियत से उसने इस घटना को अंजाम दिया होगा.
इस दौरान जब तस्दीक कर आरोपी को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरी वारदात का खुलासा हो गया.आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि यह पूरी वारदात उसने लूट की नियत से अंजाम दी थी, जहां एक-एक कर तीनों को मौत की नींद सुला कर घर में रखी नगदी और 5 लाख कीमत के सोने चांदी के जेवरात के साथ वह फरार हो गया था.
घटना के बाद पुलिस ने वारदात में उपयोग किये गए देशी कट्टे और चाकू को बरामद किया है. आरोपी ने बताया कि चोरी के वक्त सभी लोग जाग गए थे. इसलिए उनकी हत्या करनी पड़ी.आरोपी ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ मौसा के घर में घुसा.
दोनों रात में चोरी कर रहे थे, तभी मौसी जाग गई. जिसे चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया. जिसके बाद उसके मौसा की भी नींद खुल गई तो उसे गला घोंटकर मार डाला. आरोपी ने बताया कि उसने और उसके साथी ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था.
मौसी की बेटी कीर्ति को मारने का इरादा नहीं था. लेकिन उसने चेहरा देख लिया था इसलिए उसे भी मार डाला. फिलहाल मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वही महज 72 घण्टे में इस अंधे ट्रपल मर्डर के खुलासे को लेकर आईजी अविनाश शर्मा ने जांच टीम को 30 हजार के रिवार्ड से सम्मानित किया है.