भोपाल में कोरोना टीकाकरण में शिक्षकों और उनके परिजनों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है. यही वजह है कि प्रशासन ने शिक्षकों और उनके परिजनों के लिए विशेष टीकाकरण शिविर लगाने का फैसला किया है.गौरतलब है कि इस सुविधा का लाभ ना सिर्फ शासकीय बल्कि गैर शासकीय शिक्षकों के साथ ही उनके परिजनों को भी मिल सकेगा.
शिक्षकों के टीकाकरण के लिए विशेष शिविर भोपाल के शासकीय सरोजनी नायडू कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित होगा. हालांकि यह शिविर एक दिवसीय ही होगा. खास बात ये है कि इस शिविर में शिक्षकों और उनके परिजनों को टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.
बस वह टीकाकरण सेंटर पहुंच जाएं और वहीं स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर वह टीका लगवा सकते हैं.बता दें कि भोपाल में जिस तरह से शिक्षकों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जा रही है. उसी तरह से पूरे राज्य में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद इसका ऐलान किया है. इसकी वजह बताते हुए सीएम ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा है. ऐसे में छोटे बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण कर सरकार उन्हें सुरक्षित करना चाहती है ताकि वह फिर अपने बच्चों की ठीक से देखभाल कर सकें.
राज्य सरकार ने पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले छात्रों को भी टीकाकरण में प्राथमिकता देने का फैसला किया है. बता दें कि विदेश जाने के लिए कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी हो गया है.