मध्य प्रदेश में वैक्सीनेषन की रफ्तार धीमी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सवाल उठाते हुए लॉकडाउन को खत्म करने को बड़ी चुनौती माना है। कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा शिवराज जी, मध्य प्रदेश में 15.25 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन का एक डोज और 2.53 प्रतिशत आबादी को दोनों डोज लगे हैं।
इतने कम टीकाकरण के बीच लॉकडाउन का खत्म होना, बहुत बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से निपटने का क्या प्लान है? बताइए।कमल नाथ ने देश में गभीर बीमारियों के लिए बने टीकों का जिक्र करते हुए कहा आजादी के बाद से ही कांग्रेस सरकार ने देश को बीसीजी, चेचक के अलावा पोलियो, रेबीज, डिप्थीरिया, टिटनेस जैसी गंभीर बीमारियों के टीके के निर्माण में सक्षम बना दिया था।
1978 में भारत के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान से दुनियाभर ने सीखा। अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने की बजाय इस इतिहास व सच्चाई को पढ़ लेते तो शायद आज देश मे जीवन को लेकर ऐसा संकट नहीं आता और ना वैक्सीन को लेकर हमारे देश की यह स्थिति होती।