मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल आगामी 5 अक्टूबर को दो दिवसीय प्रवास पर डिंडोरी पहुंचेंगे. इस दौरान वह एक बैगा आदिवासी के घर दोपहर का भोजन करेंगे. राज्यपाल के दौरे को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. वहीं जिस घर में राज्यपाल भोजन करेंगे, वह परिवार बेहद उत्साहित है.
परिवार ने राज्यपाल के भोजन के लिए कई तरह के पारंपरिक पकवान बनाने की योजना बनाई है.बता दें कि राज्यपाल मंगू भाई पटेल के भोजन की व्यवस्था लालपुर गांव के निवासी तितरू बैगा आदिवासी के घर पर की गई है. जिसे लेकर तितरू बैगा आदिवासी का परिवार बेहद खुश है.
तितरू की पत्नी हिरौंदा बाई ने बताया कि वह राज्यपाल के भोजन के लिए कोदो कुटकी का पेज (खिचड़ी) और चकौड़ा की भाजी बनाएंगी. वहीं गांव के लोग राज्यपाल के गांव आगमन को गर्व का विषय बता रहे हैं. हिरौंदा बाई ने बताया कि वह अपने हाथों से भोजन बनाकर पत्तल और दोने पर राज्यपाल को परोसेंगी.
आदिवासी दंपति ने मीडिया से बात करते हुए ये भी बताया कि वह राज्यपाल से अपने लिए जमीन की मांग रखेंगे. साथ ही गांव में सोसाइटी खोले जाने और सड़क बनवाने की भी गुजारिश करेंगे. राज्यपाल के दौरे को लेकर जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है.
कलेक्टर रत्नाकर झा खुद प्रस्तावित कार्यक्रम स्थलों पर जाकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. कलेक्टर ने बताया कि राज्यपाल दो दिवसीय दौरे पर 5 अक्टूबर को डिंडोरी आ रहे हैं, जहां 6 अक्टूबर को लालपुर गांव में तितरू बैगा आदिवासी के घर उनका भोजन का कार्यक्रम होगा. बता दें कि देश में आदिवासियों की विलुप्त होती प्रजातियों को राष्ट्रपति का संरक्षण प्राप्त है.
जिसके चलते इन आदिवासियों को राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र भी कहा जाता है. जिन आदिवासी प्रजातियों को राष्ट्रपति का संरक्षण प्राप्त है उनमें बैगा, पहाड़ी कोरवा, कमार, अबुझमाड़िया, बिरहोर, पंडो और भूंजिया जनजातियां शामिल हैं. बैगा जनजाति की बात करें तो ये मध्य प्रदेश के डिंडोरी, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, मुंगेली व कवर्धा जिलों में पाए जाते हैं.