छिंदवाड़ा में अन्नदाता पर आफत आ पड़ी है. किसानों की मेहनत उस वक्त पानी में मिल गई जब मंडी में उनकी फसल खुली पड़ी थी और अचानक मूसलाधार बारिश होने लगी. आधे घंटे की बारिश ने अन्नदाताओं की फसल चौपट कर दिया.दरअसल छिंदवाड़ा जिले के चौरई विकासखंड के चौरई मुख्यालय में किसान मंडी में फसल बेचने पहुंचे थे.
मंडी में बने शेड में अनाज रखने के लिए जगह नहीं थी, जिसके कारण अनाज खुले आसमान के नीचे पड़ा था.किसान का अनाज बिक पाता इसके पहले तेज बारिश शुरू हो गई और अनाज पूरी तरह भीग गया.क्योंकि मंडी में बनाए गए शेड में व्यापारियों ने कब्जा जमा रखा है, इसके कारण किसानों को अनाज रखने के लिए जरा भी जगह नहीं मिली.
हालांकि किसानों को मंडी में सारी सुविधाएं मुहैया कराने का दावा किया जाता है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है.इस संबंध में किसानों का कहना है कि अक्सर शेड में सिर्फ व्यापारियों का ही कब्जा रहता है. इसी वजह से उन्हें खुले में अनाज रखना पड़ता है. जिसके कारण हर बार कुछ न कुछ नुकसान उठाना पड़ता है. मीडिया ने इस मामले में जब चौरई मंडी सचिव से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी ही नहीं है.