पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. अब उन्होंने संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के बहाने शिवराज सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुश्किल घड़ी में सरकार के साथ खड़े रहे स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है.
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि सेवाओं को देखते हुए, नीति निर्धारित कर इन अस्थायी कोविड-19 योद्धाओं का संविदा संवर्ग में संविलियन किया जाए.कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए सरकार पर तीखा हमला बोला.
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इस कोरोना महामारी के दौरान सेवा में लिये गये अस्थायी चिकित्सकीय स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं.
कोरोना महामारी के दौरान जब आमजन और सरकार को इन चिकित्साकर्मियों की सर्वाधिक आवश्यकता थी, तब इन कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर आम जनता की व प्रदेश की भरपूर सेवा की है.
पूर्व सीएम ने कहा कि इन कोरोना योद्धाओं ने फ़ील्ड में रहकर, एक वर्ष तक प्रदेश में कोरोना सैम्पलिंग के कार्य, कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी से लेकर महामारी के नियंत्रण के लिए अनेकों कार्य किये हैं.
ऐसे कोरोना योद्धाओं को सरकार को प्रोत्साहित करना चाहिए. मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं कि इनकी सेवाओं को देखते हुए, नीति निर्धारित कर इन अस्थायी कोविड-19 योद्धाओं का संविदा संवर्ग में नौकरी दी जाएगी.