मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 अप्रैल को भोपाल में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत 47 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से स्थापित होने वाली अत्याधुनिक सेक्स सॉरटेड सीमेन प्रोडक्शन प्रयोगशाला का शुभारंभ करेंगे. देश की यह दूसरी बड़ी प्रयोगशाला केन्द्रीय वीर्य संस्थान भदभदा में स्थापित की गई है.
परियोजना की लागत में आने वाले खर्च का 60% केन्द्र और 40% राज्य सरकार वहन करेगी.सेक्स सॉरटेड सीमेन फेसिलिटी यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में गिर, साहीवाल, थारपारकर गाय आदि उच्च अनुवांशिक गुणवत्ता की नस्लों की सीमेन से 90% बछिया ही पैदा हों. ऐसी पहली प्रयोगशाला उत्तराखण्ड के ऋषिकेश में स्थापित की गई है.
बछड़ों के पालन-पोषण में होने वाले अनावश्यक व्यय की भी बचत होगी. मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम और सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी के मध्य हुए अनुबंध के अनुसार शुरू के 3 सालों में क्रमश: 3-3 और 2 लाख सीमेन डोजेज का उत्पादन कर पशुपालकों को उपलब्ध कराया जाएगा.
इसके अलावा मुख्यमंत्री कल प्रदेश की अलग-अलग ग्राम पंचायतों में बनकर तैयार हुई 985 गौ शालाओं का लोकार्पण और 145 का शिलान्यास करेंगे. सीएम के इन गौ शालाओं का लोकार्पण करने पर कांग्रेस को एतराज है. कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ की बनाई गौ शालाओं का शिवराज लोकार्पण कर रहे हैं.
इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने कागजों पर गौ शालाएं बनाई हैं, हमने हकीकत में बनाई.कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा कि बीजेपी अपना टैग लगा रही है. कमलनाथ सरकार का प्रण था जो पूरा हुआ है. कमलनाथ सरकार ने गौ शालाएं बनाई हैं. बीजेपी ने कभी गौ शालाएं नहीं बनाई.
इस सरकार ने पिछले कई माह से गायों के चारे के लिए मिलने वाला अनुदान नहीं दिला. शिवराज सिंह चौहान मंच से स्वीकार करें कि ये गौ शालाएं कमलनाथ सरकार ने बनवाई हैं. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ ने किसी के लिए कुछ नहीं किया.