कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को सीएम हाउस में स्वास्थ्य चिकित्सा विभाग के अफसरों के साथ बैठक की. सरकार ने शत-प्रतिशत संख्या के साथ स्कूल खोलने के फैसले को वापस ले लिया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि स्कूल अभी पचास फीसदी क्षमता के साथ ही खुलेंगे. छात्र हफ्ते में 3 दिन ही स्कूल जाएंगे. स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेस चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं.मुख्यमंत्री ने कहा है कि अभी 18 साल से कम उम्र वालों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है.
ऐसे में शत-प्रतिशत संख्या के साथ स्कूल खोलना ठीक नहीं है. उन्होंने अफसरों को केंद्र सरकार और डब्ल्यूएचओ के निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए हैं. अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी की जाए.
बीते 1 महीने में जितने लोग विदेश से आए हैं, उन्हें सर्विलांस पर लिया जाए. ऐसे सभी यात्रियों को ट्रेस किया जाएगा जो संदिग्ध हैं. उन्हें आइसोलेट किया जाए. मुख्यमंत्री ने जिलों में सैम्पल की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया है.
सभी अस्पतालों में जरूरी दवाइयों का स्टॉक रखने और ऑक्सीजन प्लांट के संचालन पर निगरानी रखने को कहा गया है.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 दिसंबर को वैक्सीनेशन महा अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश में अब तक 62 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज लग चुका है. लेकिन, अब सरकार इसकी संख्या बढ़ाने पर जोर देगी. कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर मुख्यमंत्री 29 नवंबर को कमिश्नर कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में अफसरों से चर्चा करेंगे और जरूरी दिशा-निर्देश जारी करेंगे.
मुख्यमंत्री ने 1 दिसंबर को जिला क्राइसिस कमेटियों की बैठक भी बुलाई है. इसमें मुख्यमंत्री जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर सकते हैं. सरकार की तरफ से कोविड-19 को लेकर हटाई गई पाबंदियों को लेकर भी मुख्यमंत्री जिला क्राइसिस कमेटियों में चर्चा कर सकते हैं.