भोपाल के हमीदिया अस्पताल में बड़ा हादसा हो गया। यहां कमला नेहरू बिल्डिंग के पीडियाट्रिक विभाग में आग लग गई। इस हादसे में 4 बच्चों की झुलसने से मौत हो गई।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए है। शिवराज ने अपने आवास पर आयोजित भोज को निरस्त कर दिया है।
वही पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।मुख्यमंत्री चौहान ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रूप से बीमार होने पर भर्ती बच्चों को नहीं बचाया जा सका।
राज्य सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए है और पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान भी किया है।भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख लोकेंद्र पाराशर ने बताया है कि कमला नेहरु अस्पताल में दुर्घटना के चलते कुछ बच्चों की दुखद मृत्यु के कारण मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास पर आज आयोजित दोपहर के भोज को निरस्त कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने इस हादसे पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में आग लगने की घटना बेहद दुखद है। सरकार बचाव व राहत कार्य के सभी आवश्यक इंतजाम करे। इस दुखद घटना के बाद से भर्ती बच्चों के परिजन बेहाल है।
सरकार भर्ती बच्चों के अन्य अस्पतालो में इलाज की समुचित व्यवस्था करे। ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी बच्चे सकुशल हो।उन्होने इस हादसे की जांच की मांग करते हुए कहा कि,इस पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच हो , जिम्मेदार दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया है कि बच्चा वार्ड में सोमवार की रात को अचानक आग लग गई।
इस हादसे में चार बच्चों की जान चली गई, जबकि 36 बच्चों को सुरक्षित निकला लिया गया है। यह एसएनसीयू वार्ड है, जिसमें नवजात वे शिशु भर्ती किए जाते है जो जन्म के समय निर्धारित वजन से कम होते है या अन्य कोई समस्या होती है।भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ।
घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। जांच एसीएस लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान करेंगे।बच्चा वार्ड में आग लगते ही भगदड़ की स्थिति बन गई और बच्चों के परिजन अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। वार्ड में मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किसी तरह बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।