छिंदवाड़ा में नाले में तेज रफ्तार बस गिरने से 3 की मौत, 25 से ज्यादा घायल

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में शाम 7.30 बजे सड़क हादसा हो गया. बालाघाट से इंदौर की ओर आ रही बस छिंदवाड़ा के पास 20 फीट गहरी खाई में गिर गई. इस हादसे में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, हादसे में घायल हुए 27 लोगों का इलाज अब भी जारी है. इनमें दो लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है.

वर्मा ट्रेवल्स की बस बालाघाट से इंदौर के लिए निकली थी, तभी बैतूल-छिंदवाड़ा नेशनल हाईवे के लावाघोघरी थाने के अंतर्गत मैनीखापा के समीप हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि ड्राइवर तेज गति में बस चला रहा था, इसी कारण मोड़ने में दिक्कत हुई और बस 20 फीट गहरे नाले में जा गिरी.

गांव वालों ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया.पुलिस ने वहां मौजूद लोगों की मदद से घायलों को निकाला, जिनमें भोपाल की नंदनी (22) फैजल खान, बालाघाट की रुपाली (32) और अन्य की मौत हो गई. बताया गया है कि 25 से ज्यादा यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें डायल 100 और 108 की मदद से छिंदवाड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया.

सभी का इलाज जिला अस्पताल में जारी है.मैनीखापा गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उन्हें गुरुवार शाम 7.30 बजे के आसपास धमाके जैसी आवाज आई. पास जाकर देखा तो बस नाले में गिरी थी. गांव के लोगों ने पुलिस को बुलाया, फिर गांव वालों और पुलिस ने मिलकर शुक्रवार सुबह 5 बजे तक सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया.

डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर घायलों को सही समय पर उपचार मिल गया है, ज्यादा देर होने पर स्थिति बदल सकती थी.लोगों को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस ने शुक्रवार सुबह क्रेन की मदद से नाले में गिरी बस को बाहर निकाला. जो इस वक्त लावाघोघरी थाने में ही खड़ी है.

बताया गया है कि बस में कई लोग अपने परिवार के साथ सवार थे, उन्होंने मोबाइल की लाइट जलाकर बस के कांच तोड़े और वहीं से बाहर निकलकर खुद को बचाया. उन्होंने फूर्ती दिखाते हुए बस में फंसे बाकी यात्रियों को भी निकालना शुरू कर दिया था, उतने में पुलिस वहां पहुंच गई.

बस हादसे में घायल हुए एक यात्री ने बताया कि बस बहुत तेज गति से चल रही थी. इस कारण नाले के पास अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसे के पीछे परिवहन विभाग जिम्मेदार है, जो इतने हादसों के बाद भी बसों की चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति ही कर रहा है.

कई बसें स्पीड पर कंट्रोल किए बिना चल रही हैं, न तो इन बसों में सुरक्षा के ठीक इंतजाम है और न ही इन पर किसी तरह का एक्शन लिया जा रहा है. प्रशासन को मुस्तैदी दिखाते हुए नियमों का पालन नहीं करने वालों पर एक्शन लेना चाहिए, जिससे इस तरह के हादसों पर लगाम लग सके.

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