छत्तीसगढ़ के भटगांव और बिश्रामपुर में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटे सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 40 मेगावाट की ग्राऊंड माऊंटेड ग्रीड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट स्थापित करने जा रही है।एक प्रमुख कोयला उत्पादक कंपनी के इस मेगा सोलर प्रोजेक्ट में निवेश को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
सौर ऊर्जा प्लांट एसईसीएल के भटगांव एवं बिश्रामपुर क्षेत्र के चिन्हित भूमि पर लगाया जाएगा. इसके लिए एसईसीएल मुख्यालय के न्यू टेक्नॉलॉजी विभाग द्वारा कोल लिग्नाईट ऊर्जा विकास प्राइवेट लिमिटेड (सीएलयूवीपीएल) को लेटर ऑफ अवार्ड जारी कर दिया गया है.
यह कंपनी कोल इण्डिया लिमिटेड एवं निग्वेली लिग्नाईट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड का ज्वाइंट वेंचर है. लेटर ऑफ अवार्ड जेबी कंपनी द्वारा प्रस्तुत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) एवं प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटेन्सी (पीएमसी) ऑफर के आधार पर जारी किया गया है. जिस पर एसईसीएल बोर्ड ने भी सहमति दी है.
गौरतलब है कि इस परियोजना की कुल लागत 148 करोड़ 60 लाख रुपये होगी.परियोजना को कार्यान्वित करने वाली कम्पनी सीएलयूवीपीएल द्वारा प्रदाय सेवाओं में प्रोजेक्टर रिपोर्ट, टेंडरिंग तथा परियोजना के अनुमोदन, परमिट प्राप्त करने एवं अन्य संबंधित कार्यवाही में एसईसीएल को सहयोग आदि शामिल हैं.
वर्क अवार्ड के शर्तों के अधीन इस परियोजना की साइट स्टडी टेस्टिंग व कमिशनिंग का कार्य 9 महिनों में पूरा किया जाएगा. एसईसीएल की इस सोलर परियोजना को ग्रीन इनेसिएटिव के रूप में देखा जा रहा है. एसईसीएल मुख्यालय से जारी विज्ञप्ति अनुसार इस परियोजना के संचालित होने पर विश्रामपुर एवं भटगांव क्षेत्र की वर्तमान ऊर्जा खपत का लगभग आधा हिस्सा सौर आधारित हो जाएगा.
इस परियोजना का प्रोजेक्ट आईआरआर (इंट्रर्नल रेट ऑफ रिर्टन) 22.13 प्रतिशत (100 प्रतिशत) इक्विटी रेशियों) है. जिसे आर्थिक रूप से काफी लाभकारी माना जा रहा है.इस सोलर प्लांट के आने से हर साल लगभग 60 हजार टन कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी. कंपनी को पहले वर्ष में, वार्षिक आधार पर लगभग 40 करोड़ रूपये की आर्थिक बचत होगी. क्योंकि सोलर ग्रीड से मिलने वाली प्रति यूनिट ऊर्जा वर्तमान दर से लगभग आधी कीमतों पर मिलेगी.