छत्तीसगढ़ राज्य में बीते 24 घंटों में प्रदेश में 4,617 नए कोरोना संक्रमित सामने आए हैं. वहीं 25 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की सिफारिश पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टरों को स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक लॉकडाउन लगाने का अधिकार दिया है.
दुर्ग जिले लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच अब 6 से 14 अप्रैल तक सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है. कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे ने इसकी जानकारी दी.दुर्ग के अलावा राजधानी रायपुर और राजनांदगांव प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना प्रभावित जिले हैं.
गुरुवार को छत्तीसगढ़ में 40,857 सैंपल्स की जांच हुई, इनमें 4,617 सैंपल्स में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई. इन 24 घंटों में 25 कोरोना मरीजों की मौत हुई. अब प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 28,987 हो गई है. गुरुवार को रायपुर में सर्वाधिक 1327 मरीज मिले, दुर्ग जिले में 996 मरीज सामने आए.
राजनांदगांव में 437, बिलासपुर में 288, महासमुंद में 182, बालोद में 130, बेमेतरा में 118, धमतरी में 115 नए मरीज मिले. इन सभी जिलों में संक्रमित मरीजों की संख्या बुधवार के मुकाबले बढ़ी है.लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमितों की बढ़ी संख्या के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फोन पर बात की.
इस दौरान उन्होंने संक्रमण रोकने के लिए प्रभावित जिलों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की. उनकी सिफारिश के आधार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन को फोन कर लॉकडाउन का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टरों को मुख्यमंत्री का निर्देश पहुंचा दिया है.
सभी कलेक्टरों से कहा गया है कि वे अपने जिले की परिस्थितियों की समीक्षा और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के बाद लॉकडाउन का आदेश जारी करें.संभावना जताई जा रही है कि दुर्ग के अलावा अगले एक-दो दिनों में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, बेमेतरा जैसे जिलों में एक निश्चित अवधि का या सप्ताहांत का लॉकडाउन घोषित हो सकता है. प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया लॉकडाउन में भी कोरोना टीकाकरण का काम जारी रहेगा. इसके लिए व्यवस्था की जाएगी.