आखिर क्यों मचा है टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ की राजनीति में बवाल

टूलकिट पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. मामले में रायपुर की सिविल लाइन थाना पुलिस की ओर से नोटिस जारी कर संबित पात्रा से 7 दिन में जवाब मांगा गया है. साथ ही सिविल लाइन थाना पुलिस की तरफ से यह भी कहा गया है कि अगर वो नहीं आ पाते हैं, तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी अपना बयान दर्ज करवा सकते हैं.

इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भी नोटिस भेजा गया है और उनसे आज यानि कि 24 मई को 12 बजे पुलिस पूछताछ करेगी. इसके लिए पुलिस ने उन्हें घर भी रहने को कहा है. साथ ही उन्हें 9 तरह के निर्देश देने के अलावा सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करने के लिए भी कहा गया है.

वहीं, टूलकिट मामले में FIR लेकर भाजपा आज प्रदेशभर के थानों के सामने प्रदर्शन करेगी. इस प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी शामिल होंगे. वे रायपुर सिविल लाइन पुलिस थाने के सामने सुबह 10 बजे पहुंचेंगे और प्रदर्शन में शामिल होंगे.

इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद रहेंगे. यहां से ये सभी नेता पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ उनके निवास जाएंगे. जहां 12:30 बजे रमन सिंह से टूलकिट मामले को लेकर पुलिस पूछताछ करेगी.

बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 18 मई को अपने ट्वीटर अकाउंट से कांग्रेस का कथित लेटर पोस्ट किया था. इस पोस्ट में उन्होंने कांग्रेस द्वारा माहौल खराब करने की प्लानिंग को बताया था.

पोस्ट में यह भी लिखा गया था कि कांग्रेस विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने को लेकर कुंभ का दुष्प्रचार और जलती लाशों की फोटो दिखाने का षड़यंत्र कर रही है.इस पोस्ट को लेकर कांग्रेस भड़क गए और इसके बाद युवा कांग्रेस के नेता इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास गए और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ FIR दर्ज कराई.

रायपुर सिविल लाइन थाना पुलिस की तरफ से इस मामले में NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत मामला दर्ज किया गया है. उनकी तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉक्टर रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक फेक न्यूज साझा कर देश मे साम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है.

टूलकिट एक तरह की प्लानिंग की जानकारी होती है, जिसमें किसी मुद्दे के प्रचार का जिक्र होता है. डिजीटल प्लेटफॉर्म के जरिए किसी खास मुद्दे को हवा दी जाती है और उसका दुष्प्रचार किया जाता है. इस किट में एक्शन प्वाइंट्स लिखे जाते हैं, ताकि कोई भी इंसान उसको फॉलो करके आंदोलन के साथ जुड़ सकता है.

इसमें कैंपेन स्ट्रैटजी के अलावा किसी आंदोलन या प्रदर्शन को कैसे किया जाए इसके तहत जानकारी दी जाती है. वर्तमान समय में दुनिया के लगभग सभी आंदोलनों में टूलकिट का प्रयोग किया जाता है.

टूलकिट को लेकर राजनीतिक विश्लेष्कों का कहना है कि इस विवाद के बाद प्रदेश की राजनीति में हशिए पर चले गए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का कद बढ़ेगा. क्योंकि इस मामले में बड़े नेताओं का नाम सीधे जुड़ा होने के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से साबित किया है कि वे प्रदेश में भाजपा का नेतृत्व कर रहे हैं.

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