ओलम्पिक खेलों में रजत पदक जीतने वाली देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने बुधवार को कहा कि उन्हें अधिक जिम्मेदाराना व्यवहार दिखाना होगा, ताकि वह साबित कर सकें कि रियो उनके सुनहरे करियर का आगाज भर है.सिंधु ने स्वीकार किया कि रियो में रजत पदक जीतने के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया है.
उल्लेखनीय है कि सिंधु ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं. रियो ओलम्पिक में बैडमिंटन की महिला एकल वर्ग स्पर्धा के फाइनल में उन्हें स्पेन की कैरोलीना मारिन के हाथों हार झेलनी पड़ी, इसके बावजूद सिंधु को देश के खेल प्रेमियों ने भरपूर सराहा और उन्हें काफी ईनाम-इकराम भी मिले.
इतना ही नहीं देश के खेल प्रेमियों को सिंधु से भविष्य में उम्मीदें और बढ़ गई हैं और सिंधु भी इस जनदबाव से वाकिफ हैं.देश के एकमात्र बैडमिंटन लीग टूर्नामेंट प्रो बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के दूसरे संस्करण के लिए बुधवार को खिलाड़ियों की नीलामी के बाद सिंधु ने पत्रकारों से कहा जीवन काफी बदल चुका है और अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है.
अब सबकी निगाहें मुझ पर होंगी. अब मुझे पहले से कहीं कठिन मेहनत करना होगा.सिंधु ने कहा अभी मेरे करियर के सुनहरे दौर की शुरुआत हुई है और यह ओलम्पिक में जीते एक पदक के साथ खत्म नहीं होने वाला. अभी ढेरों टूर्नामेंट, सुपरसीरीज, ऑल इंग्लैंड ओपन और विश्व चैम्पियनशिप खेलने हैं. इसलिए मुझे इस सबके लिए तैयार रहना होगा.