अरपिंदर सिंह और स्वप्ना बर्मन ने 18वें एशियाई खेलों में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते। अरपिंदर ने पुरुषों की ट्रिपल जम्प के फाइनल में 16.77 मीटर की छलांग लगाई। स्वप्ना ने महिलाओं की हेप्टाथलॉन में सात अलग-अलग इवेंट में 6,026 अंक हासिल किए। भारत के एथलेटिक्स में अब पांच और कुल 11 स्वर्ण पदक हो गए।
एशियाई खेलों में हेप्टाथलॉन में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है। एशियाड में हेप्टाथलॉन को 1982 में शामिल किया गया था।इस एशियाड में भारत के अब 54 पदक हो गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 14 पदक एथलेटिक्स में हैं। भारत ने 1962 जकार्ता एशियाड में 12 स्वर्ण समेत 52 पदक जीते थे।
अरपिंदर और स्वप्ना के स्वर्ण जीतने पर केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी।ट्रिपल जम्प के फाइनल में अरपिंदर की शुरुआत अच्छी नहीं रही। वे पहले प्रयास में फाउल कर बैठे, लेकिन दूसरी बार में उन्होंने 16.58 और तीसरे में 16.77 मीटर की छलांग लगाई। उनके चौथे और 5वें प्रयास भी फाउल रहे।
उज्बेकिस्तान के रुसलान कुरबानोव ने 16.62 मीटर की छलांग लगाकर इस स्पर्धा का रजत जीता। रुसलान का यह पर्सनल बेस्ट भी है। चीन के शुआओ काओ ने 16.56 मीटर की छलांग लगाई। उनके हिस्से कांस्य पदक आया। भारत के राकेश बाबू 16.40 मीटर की छलांग के साथ छठे नंबर पर रहे।
स्वप्ना ने दांत में दर्द होने के बावजूद सोना जीता। उन्होंने महिलाओं की हेप्टाथलान में 800 मीटर की रेस 2:21:13 मिनट में पूरी करके 808 अंक हासिल किए। उन्होंने सात अलग-अलग इवेंट में 6,026 अंक हासिल कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
उन्होंने 100 मीटर में 981, ऊंची कूद में 1003, शॉट पुट में 707, 200 मीटर में 790, लंबी कूद में 865 और भाला फेंक में 872 अंक हासिल किए। उन्होंने ऊंची कूद और भाला फेंक में पहला स्थान हासिल किया, जबकि शॉट पुट और लंबी कूद में दूसरे स्थान पर रहीं।