रियो ओलंपिक के लिये नौकायन खिलाड़ी दत्तू भोकानल ने क्वालीफाई किया

Dattu-Bhokal

नौकायन खिलाड़ी दत्तू बबन भोकानल ने रजत पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया. भारतीय नौकायन खिलाड़ी दत्तू बबन भोकानल ने दक्षिण कोरिया में चल रहे फिसा एशिया ओशियाना ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में पुरूषों के एकल स्कल वर्ग में रजत पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया.सेना के इस नाविक ने दो किलोमीटर की दूरी सात मिनट 07.63 सेकंड में पूरी करके दूसरा स्थान हासिल किया. इस वर्ग से शीर्ष सात खिलाड़ियों ने रियो 

ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया. नासिक में जन्मे भोकानल स्वर्ण पदक जीतने के करीब थे जब वह 1500 मीटर तक सबसे आगे चल रहे थे. इसके बाद कोरिया के डोंगियोंग किम (सात मिनट 05.13 सेकंड) ने उन्हें आखिरी स्ट्रेच में पछाड़ा.भारतीय नौकायन महासंघ के महासचिव कैप्टन गिरीश जे फड़नीस ने बताया, ‘हमें बहुत खुशी है कि दत्तू भोकानल ने रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया. वह कोरिया में एशियाई क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में पुरूषों के एकल स्कल में दूसरे स्थान पर रहे.उन्होंने कहा, ‘यह भारतीय नौकायन के लिये अच्छा संकेत है. ओलंपिक में 2000 के बाद से भारत ने नौकायन में हमेशा क्वालीफाई किया है.


       
डबल स्कल में हालांकि भारत रियो का टिकट नहीं कटा सका चूंकि विक्रम सिंह और रूपेंद्र सिंह पांचवें स्थान पर रहे. इस वर्ग से सिर्फ शीर्ष तीन जोड़ियों ने रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है.फड़नीस ने कहा कि भोकानल रियो ओलंपिक में अकेले भारतीय नौकायन खिलाड़ी होंगे क्योंकि अब कोई क्वालीफिकेशन दौर नहीं बचा है. इस क्वालीफिकेशन के साथ ही उन्हें सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम (टाप) योजना में जगह मिलना तय है. 

भोकानल ओलंपिक खेलने वाले भारत के नौवे नौकायन खिलाड़ी होंगे. उनसे पहले कसम खान और इंदरपाल सिंह (सिडनी 2000, पुरूषों की काक्सलेस पेयर), पौलुस पंडारी कुनेल (एथेंस 2004, पुरूषों की एकल स्कल), बजरंग तखाड़ (बीजिंग 2008, पुरूषों की एकल स्कल), मनजीत सिंह और देवेंदर खंडेलवाल (बीजिंग 2008, पुरूषों की लाइटवेट डबल स्कल), सवर्ण सिंह (लंदन ओलंपिक 2012 , पुरूषों की एकल स्कल) और मनजीत सिंह तथा संदीप कुमार (लंदन 2012, पुरूषों की लाइटवेट डबल स्कल) ओलंपिक में भारत की नुमाइंदगी कर चुके हैं.
     
नासिक में 1991 में जन्मे भोकानल ने 2012 में पुणो में अपने कैरियर की शुरूआत की. इसके एक साल बाद वह बेहतर अभ्यास के लिये एआरएन पुणे से जुड़ गए.उन्होंने 2014 में राष्ट्रीय नौकायन चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीते थे. अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले साल चीन में 16वीं एशियाई नौकायन चैम्पियनशिप में पुरूषों के एकल स्कल में रजत पदक जीतना था.

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