निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को नया खेल मंत्री नियुक्त किया गया.गोयल को संसदीय मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया.राठौड़ अब तक सूचना प्रसारण मंत्रालय के राज्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये बड़े कैबिनेट विस्तार में राठौड़ ने गोयल की जगह ली.
कर्नल राठौड़ ने 1990 के दशक के मध्य में शूटिंग रेंज में कदम रखा था, इसके बाद वह ओलंपिक खेलों में भारत के पहले व्यक्तिगत रजत पदकधारी बने थे. 2004 एथेंस ओलंपिक में पुरूषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में वह दूसरे स्थान पर रहे थे.ओलंपिक इतिहास रचने से एक साल पहले उन्होंने सिडनी में 2003 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था.
एथेंस खेलों से पहले राठौड़ को सेना की मार्कमैनशिप यूनिट के साथ दो साल के लिये दिल्ली तैनात किया गया था जिससे उन्हें शहर की तुगलकाबाद शूटिंग रेंज में अभ्यास करने में मदद मिली.राठौड़ ने फ्रेक्चर और प्रोलेप्स्ड डिस्क से उबरकर ओलंपिक पदक जीता था. एथेंस ओलंपिक में क्वालीफायर में पांचवें स्थान पर रहकर उन्होंने फाइनल के लिये क्वालीफाई किया और रजत जीता.
सैन्य परिवार में जन्में राठौड़ ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी का इम्तिहान पास किया और भारतीय सेना की सेवा शुरू की जिसमें दो साल तक कश्मीर में आतंकवादियों से भिड़ना भी शामिल रहा और उनकी मां का मानना है कि इससे वह ओलंपिक फाइनल के दौरान अच्छी लय में रहे. दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी राठौड़ जयपुर की ‘नाइन ग्रेनेडियर्स’ से जुड़े, जिसकी उनके पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कमान संभाली थी.
भारतीय सेना से समयपूर्व सेवानिवृत्ति लेने के बाद राठौड़ 2013 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और मई 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री का पद संभाला.अभिनव बिंद्रा ने राठौड़ की ओलंपिक उपलब्धि को पीछे छोड़ा और बीजिंग खेलों में 10 मीटर एयर राइफल में भारत के लिये पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल किया. बिंद्रा ने भी राठौड़ को बधाई दी.