चीन की गोला फेंक खिलाड़ी झांग वेनशियू को पिछले वर्ष डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने उनसे स्वर्ण पदक छीन लिया था, लेकिन बुधवार को ओसीए को झांग का स्वर्ण पदक लौटाना पड़ा।
दरअसल, झांग ने ओसीए के फैसले के खिलाफ अक्टूबर, 2014 में खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में याचिका दी थी। सीएएस ने जांग के खिलाफ ओसीए के निर्णय को पलट दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पिछले साल 28 सितंबर को स्वर्ण पदक जीतने के दो दिन बाद झांग के नमूने में प्रतिबंधित दवा जेरॉनोल पाए जाने के बाद ओसीए ने उनका गोल्ड मेडल छीन लिया था।
ओसीए ने बुधवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, ‘उस समय मिले तथ्यों के कारण ओसीए ने डोपिंग-रोधी नियमों के तहत झांग को अयोग्य करार दिया था और उनसे स्वर्ण पदक वापस ले लिया था।’ ओसीए ने कहा, ‘अप्रैल, 2015 में स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा करवाए गए जांच के परिणाम एशिया ओलंपिक परिषद को बताया गया कि प्राप्त जांच के परिणाम से पता चलता है कि नमूनों में जेरॉनोल की मौजूदगी, जिसे झांग ने स्वीकार किया है, दूषित भोजन लेने के कारण हुआ और झांग ने इसे इंजेक्शन के जरिए नहीं लिया।’