भारत के मुकेश कुमार आज यहां मौसम से प्रभावित पैनासोनिक ओपन को जीतकर एशियाई टूर खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज गोल्फर बन गये। धुंध के कारण इसे 54 होल का कर दिया गया था।इक्वायन वर्षीय मुकेश के नाम 123 पीजीटीआई खिताब हैं, उन्होंने अंतिम दौर में दो अंडर 70 का कार्ड खेला जिससे उनका कुल स्कोर 10 अंडर 206 का रहा और उन्होंने ट्राफी अपने नाम की जो उनका एशियाई टूर में पहला खिताब है।
बल्कि लीडरबोर्ड में शीर्ष हाफ में भारतीय गोल्फरों का दबदबा रहा जिसमें ज्योति रंधावा और राशिद खान दोनों ही मुकेश से एक स्ट्रोक पीछे संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। रंधावा और राशिद ने अंतिम दौर में चार अंडर 68 का कार्ड खेला।हनी बैश्य ने पांच अंडर 67 के कार्ड से कुल सात अंडर 209 के स्कोर से पांचवां स्थान हासिल किया।
कुमार ने 400,000 डालर की ईनामी राशि के एशियाई टूर टूर्नामेंट में कुल 10 अंडर पार 206 का स्कोर बनाया। इससे उन्होंने 72,000 डालर की ईनामी राशि अपने नाम की और वह 51 साल और 126 दिन की उम्र में एशियाई टूर जीतने वाले उम्रदराज गोल्फर बन गये।श्रीलंका के मिथुन परेरा ने पैनासोनिक ओपन इंडिया में लगातार तीसरी बार शीर्ष पांच में जगह बनायी।
वह 70 के कार्ड से कुल 208 का स्कोर बनाकर चौथे स्थान पर रहे। वह शीर्ष 10 में शामिल रहने वाले एकमात्र गैर भारतीय गोल्फर रहे।कुमार 32 साल पहले पेशेवर बने थे, उसके बाद से यह उनकी पहला अंतरराष्ट्रीय जीत है। उन्होंने कहा, ‘मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। मैंने इसके लिये 32 साल का इंतजार किया।
यह मेरे लिये बहुत मायने रखता है। यह उन 123 जीत से अलग महसूस होता है जो इसे पहले मैंने घरेलू टूर में हासिल की हैं।मैं इसे हासिल करने का इच्छुक था।रंधावा नौंवा एशियाई टूर खिताब और दिल्ली गोल्फ कल्ब में पांचवां खिताब हासिल करने की कोशिश में थे लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने कुमार को इस खिताब का हकदार बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं मुकेश के लिये बहुत खुश हूं।