प्रशासनिक अव्यवस्था से चिंतित ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एम सी मेरीकॉम ने आज कहा कि देश के मुक्केबाजों का भविष्य अंधकारमय लग रहा है। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ द्वारा बॉक्सिंग इंडिया पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद से भारत का कोई राष्ट्रीय महासंघ नहीं है। भारत में खेल का संचालन तदर्थ समिति कर रही है।
पांच बार की विश्व चैम्पियन मेरीकॉम ने कहा, मुक्केबाजों के लिए कोई प्रेरणा नहीं बची है। कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है जो निराशाजनक है। किसी प्रयास का कोई फायदा नहीं हो रहा है। मुक्केबाजों का भविष्य अंधकारमय लग रहा है। यदि कोई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप नहीं होगी तो हमारे पास भविष्य के लिए मुक्केबाज नहीं आएंगे। उन्होंने कहा, सीनियर्स के लिए कम से कम ये दक्षिण एशियाई खेल तो हो रहे हैं। इसके बाद अगले महीने क्षेत्रीय ओलंपिक क्वालीफायर है और यही वजह है कि हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं वरना मुक्केबाजी सिर्फ ‘टाइमपास’ रह जाएगी।
उन्होंने हालांकि कहा कि यह खेल खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा, मुक्केबाज खेल को नहीं छोड़ेंगे लेकिन हर परिवार ढंग से चल सके तो सभी एथलीट खुश रहेंगे। यह पूछने पर कि क्या वह दुखी है, मेरीकॉम ने कहा, मैं क्यों दुखी होउंगी। यह मेरी समस्या नहीं है। मैं ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश कर रही हूं।