प्रो कबड्डी लीग में तेलुगू टाइटंस ने दूसरे हाफ में लाजवाब खेल दिखाया, लेकिन वह पुनेरी पल्टन को मात नहीं दे सकी. नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंडोर स्टेडियम में खेले गए इस इंटर जोनल मैच में पुणे ने टाइटंस को 42-37 से हराया. एक समय टाइंटस की टीम 0-18 से पीछे थी, लेकिन पहले हाफ के अंतिम 10 मिनट और दूसरे हाफ में उसने बेहतरीन वापसी की, लेकिन पुणे किसी तरह यह मैच जीतने में सफल रही.
पुणे ने बेहतरीन शुरुआत की और लगातार 18 अंक लिए. इस बीच टाइटंस की टीम एक भी अंक नहीं ले पाई. वह एक बार ऑल आउट हो चुकी थी. उसके कप्तान और पीकेएल के सबसे सफल रेडर राहुल चौधरी भी अपनी टीम का 9वें मिनट तक खाता नहीं खोल सके.नौवें मिनट में ही राहुल की रेड को असफल करते हुए पुणे ने उसे दूसरी बार ऑल आउट किया.
हालांकि यहां टाइटंस के खाते में एक अंक आया. तब जाके उसका खाता खुला. खाता खुलने के बाद उसने पुणे को 14वें मिनट में ऑल आउट स्कोर 10-23 कर लिया. हालांकि टाइटंस ने शुरुआती मिनटों में जो अंक न लेने की गलती की उसके कारण वह पहले हाफ में अंकों के अंतर को कम नहीं कर पाई और पुणे की टीम पहले हाफ में 26-12 की बढ़त के साथ गई.
दूसरे हाफ में टाइटंस ने अपने खेल में सुधार किया और अंक लेती रही. हालांकि पुणे भी लगातार अंक ले रही थी. पुणे 14-31 से आगे थी. दीपक हुड्डा ने 26वें मिनट में टाइटंस के पाले में रेड मारी और दो अंक हासिल किए. यहां टाइटंस को रेफरी ने ऑल आउट करार दे दिया था लेकिन टाइटंस ने रिव्यू की मांग की जो सफल रहा.
टाइटंस के हिस्से में यहां दो अंक आए और स्कोर 16-31 हो गया. हालांकि अगले ही मिनट में राहुल की रेड को असफल करते हुए पुणे ने टाइटंस को ऑल आउट कर दिया था और फिर दीपक हुड्डा ने सफल रेड से तीन अंक लेकर पुणे को 37-14 की बढ़त दिला दी थी.पुणे की टीम 30वें मिनट में 39-20 से आगे थी. यहां से मैच ने रोमांचक मोड़ ले लिया.
टाइंटस ने अपना जलवा दिखाया. ईरान के मोहसेन ने सफल रेड मारते हुए टाइटंस के खाते में तीन अंक डाले और फिर राहुल ने 33वें मिनट में तीन अंक लेकर स्कोर 27-39 कर दिया. दो मिनट बाद राहुल ने एक और सफल रेड मारते हुए तीन अंक लेकर स्कोर 30-40 कर टाइटंस की उम्मीदों को जिंदा कर दिया. यहां से टाइटंस ने लगातार तीन अंक लेते हुए अंकों के अंतर को सात पर ला दिया.
टाइटंस ने स्कोर 35-41 कर दिया था और जिस तरह वह खेल रही थी लग रहा था कि पुणे को मात दे देगी. पुणे की टीम के सिर्फ दो खिलाड़ी मैट पर थे और 38वें मिनट में राहुल रेड मारने आए. राहुल के पास पुणे को ऑल आउट करने का मौका था, लेकिन वह खुद सुपर टैकल का शिकार हो गए. पुणे को दो अंक मिले और किसी तरह उसने मुकाबला जीत लिया.