भारत के योगेश काथुनिया ने टोक्यो पैरालम्पिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष डिस्कस थ्रो एफ56 वर्ग में रजत पदक जीता, वहीं भारत के देवेंद्र झांझरिया और सुंदर सिंह गुर्जर ने भाला फेंक एफ-46 वर्ग में क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।योगेश ने फाइनल में 44.38 मीटर का थ्रो कर दूसरा स्थान हासिल किया।
ब्राजील के सांतोस डोए क्लाउडिने बतिस्ता ने 45.59 मीटर का थ्रो कर नया पैरालम्पिक रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता।क्यूबा के लियोनार्ड एलांडाना डियाज ने 43.36 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।24 वर्षीय योगेश एक समय स्वर्ण पदक की दौड़ में थे लेकिन बतिस्ता ने अपने पहले थ्रो में 44.57 का थ्रो किया।
बतिस्ता ने अपने छठे प्रयास में पैरालम्पिक खेल का रिकॉर्ड सेट किया।दो बार पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र ने 64.35 मीटर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। देवेन्द्र का यह स्कोर उनका निजी बेस्ट स्कोर रहा। देवेन्द्र के अलावा सुंदर ने अपने सीजन का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 64.01 का स्कोर कर तीसरा स्थान हासिल किया।
इस इवेंट से भारत ने दो पदक अपने नाम किए। श्रीलंका के हेरात मुदी यान सैलाजे ने विश्व रिकार्ड बनाते हुए 67.79 का थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता।देवेंद्र और सुंदर के पदक जीतने के साथ ही भारत ने इस पैरालंपिक में अब तक सात पदक जीत लिए हैं।भारत के एक अन्य पैरा भाला फेंक एथलीट अजीत सिंह इस इवेंट में 56.15 का स्कोर कर आंठवे स्थान पर रहे।भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में अब तक एक स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं।