भारत के बॉक्सर अमित पंघाल से टोक्यो ओलंपिक में मेडल की काफी उम्मीदें थीं, जो शनिवार को टूट गईं. अमित 52 किलोग्राम कैटेगरी के प्री-क्वॉर्टर फाइनल में रियो ओलंपिक के सिल्वर मेडल विनर कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1-4 से हारकर बाहर हो गए.
टॉप सीड अमित पंघाल का ये पहला ओलंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाय मिला था. पहले ही दौर से कोलंबियाई बॉक्सर ने पंघाल पर दबाव बना दिया लेकिन पंघाल ने वापसी करके पहले तीन मिनट में 4-1 से जीत दर्ज की. इसके बाद मार्तिनेज की रफ्तार का वह सामना नहीं कर सके.
भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा वो एक दूसरे के साथ प्रैक्टिस कर चुके हैं. उनमें से कुछ में अमित ने आज से बेहतर प्रदर्शन किया था लेकिन कुछ में आज की ही तरह हुआ. यह हैरानी वाला नतीजा नहीं है क्योंकि हमने देखा है कि यह मुक्केबाज काफी खतरनाक है.
दूसरे दौर में मार्तिनेज ने पंघाल पर जबर्दस्त अटैक किया जिसका भारतीय मुक्केबाज जवाब नहीं दे सके. यह सिलसिला आखिरी तीन मिनट में भी जारी रहा और पंघाल सिर्फ बचाव करते रहे. नीवा ने कहा हमें पता था कि क्यो हो सकता है लेकिन हमें उम्मीद थी कि अमित आखिरी 2 दौर में बेहतर करेंगे.
नीवा ने कहा उसमें हिलने की ताकत नहीं बची थी और वह जवाबी हमले भी नहीं कर पा रहा था. उसके अति रक्षात्मक खेल से भी मार्तिनेज को काफी अंक मिले. मैंने किसी विरोधी के खिलाफ अमित को इतना थका हुआ नहीं देखा. वो अपनी लय में नहीं था. हमारा सामना काफी टैलेंटेड बॉक्सर से था.
एशियन गेम्स 2018 में गोल्ड मेडल और वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2019 में सिल्वर मेडल जीतने वाले अमित पंघाल ने एशियाई खेलों में 3 बार पदक जीता है. वहीं मार्तिनेज 2016 रियो ओलंपिक में लाइटफ्लायवेट में रजत पदक विजेता थे.