भारत ने हॉन्गकॉन्ग में पूरी हुई एशियाई युवा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 8 स्वर्ण, 9 रजत और 9 कांस्य समेत कुल 26 पदक जीते। भारत ने पदक तालिका में चीन के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। चीन 12 स्वर्ण, 11 रजत और 8 कांस्य समेत 31 पदक जीतकर तालिका में शीर्ष स्थान पर रहा।
भारत पहली बार इस प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहा है। इससे पहले 2015 एशियन यूथ एथलेटिक्स में भारत पांचवें स्थान पर रहा था। तब उसने 2 स्वर्ण समेत 14 पदक जीते थे। 2017 में भारत तीसरे नंबर पर रहा था। तब उसने 5 स्वर्ण समेत 14 पदक जीते थे।
भारत ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन लड़कों की मेडले रिले स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। भारतीय चौकड़ी ने 1:54:04 मिनट का समय लिया। श्रीलंका को रजत और चीन को कांस्य पदक मिला। भारतीय लड़कियों की टीम ने 2:10.87 मिनट का समय लेकर रजत पदक जीता।
चीन ने स्वर्ण और कजाकिस्तान ने कांस्य पदक जीता।लड़कों के शॉटपुट फाइनल में अमनदीप सिंह ने 19.09 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक जीता। महेश बाबू ने 800 मीटर में 1:51:48 मिनट का समय लेकर रजत हासिल किया, जबकि षणमुगा नालुबोथु ने 200 मीटर दौड़ में 21:87 सेकंड के समय के साथ रजत अपने नाम किया।
अवंतिका संतोष नराले ने लड़कियों के 200 मीटर फाइनल में 24:20 सेकंड का समय लेकर रजत जीता। अवंतिका इससे पहले 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। दीप्ति को 200 मीटर में 24:78 सेकंड में कांस्य मिला। लड़कियों की 800 मीटर दौड़ में पूजा ने 2:09:03 मिनट के समय के साथ रजत पदक जीता।
अमित जांगिड़ ने लड़कों की 3000 मीटर स्पर्धा में 8:36:34 मिनट का समय निकालकर रजत हासिल किया। चैंथिनी चंद्रन ने लड़कियों की 1500 मीटर दौड़ में 4:36:09 मिनट का समय निकाल कर कांस्य जीता।