सागर धनकड़ हत्याकांड का मुख्य आरोपी ओलंपियन सुशील कुमार जेल में है. इस बीच लगातार हत्याकांड से जुड़े नए खुलासे हो रहे हैं. अब सागर धनखड़ के साथी सोनू महाल जो कि इस पूरे मामले का चश्मदीद गवाह है, उसने उस रात की खौफनाक दास्तां बयां की है.
सागर धनकड़ की हत्या के समय उसका साथी सोनू महाल भी उसके साथ था. सोनू को भी सुशील और उसके गुंडों ने मारा था. सोनू ने ज़ी न्यूज़ से फोन पर बात की और बताया कि 5 मई की रात को क्या-क्या हुआ था.
उसने इस बात का भी खुलासा किया है कि सुशील कुमार के किन-किन गैंगस्टर के साथ तालुक हैं और सागर को मारने की पीछे की वजह क्या थी. 5 मई की रात क्या हुआ था, इस सवाल का जवाब देते हुए सोनू ने कहा मैं, सागर और भरतु कमरे पर बैठे थे तभी 30-40 लोग आ गए.
सुशील नीचे बैठा था. वो लोग हथियार के बल पर हमें नीचे लेकर आए. फिर गाड़ी में बैठाकर स्टेडियम लेकर पहुंचे. रात के करीब साढ़े 11 बज रहे थे. उन लोगों ने हमें गाड़ी से उतारकर मरना शुरू कर दिया. सोनू ने कहा कि सुशील ने भारी संख्या में आदमी इकट्ठा कर रखे थे.
उन लोगों में पहलवान और बदमाश थे. कइयों के हाथ में हथियार थे. वहां नीरज बवानिया गैंग और असौड़ा गैंग के लोग भी थे. इन लोगों ने कई राउंड फायरिंग भी की लेकिन किसी को गोली नहीं लगी.सोनू ने कहा कि सागर एक उभरता हुआ पहलवान था.
सुशील और सागर में आपस में बनती नहीं थी. सोनू ने कहा कि सुशील के साढू विजेंद्र को लेकर कोई बात हो गई थी, वीरेंद्र कोच है. इसलिए पिछले लॉकडाउन में सुशील ने अखाड़ा अलग कर दिया था. सागर के कहने पर 30 से 40 जूनियर पहलवान उसके साथ चले गए थे.
सभी सुशील के चेले थे. इसी बात को लेकर सुशील सागर से नाराज था. ये आपसी रंजिश पिछले साल लॉकडाउन से ही शुरू हुई थी.सोनू ने कहा कि सागर ने सुशील की पत्नी वाला फ्लैट तो पहले ही खाली कर दिया था. उसको लेकर कुछ नहीं था.
अब सुशील के मन में क्या था सुशील ही बता सकता है. सुशील कई बदमाशों के संपर्क में था. वह यूपी में भाटी, लारेंस बिश्नोई के संपर्क में था. काला जेठरी से उसकी यारी दोस्ती थी. सोनू ने कहा कि सागर एक उभरता हुआ खलाड़ी था. गोल्ड मेडलिस्ट. यही बात सुशील को नागवार गुजरी.