विनेश फोगाट ने को 18वें एशियाई खेलों में भारत को कुश्ती में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल में जापान की इरी युकी को 6-2 से हराया। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वालीं वे पहली भारतीय महिला हैं। इसके पहले भारत की ओर से गीतिका जाखड़ ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।गीतिका ने 2006 दोहा एशियाड में रजत पदक जीता था।
विनेश एशियाई खेलों में 2 पदक जीतने वाली दूसरी महिला पहलवान हैं। उनसे पहले गीतिका जाखड़ एशियाई खेलों में 2 पदक जीत चुकी हैं। गीतिका ने 2014 इंचियोन एशियाड में कांस्य पदक जीता था। विनेश लगातार दो एशियाई खेलों में पदक और एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।
विनेश ने फाइनल में जापान की पहलवान के खिलाफ आक्रमण और रक्षण का बेहतरीन नमूना पेश किया। उन्होंने पहले राउंड में 4-0 की बढ़त बनाई। उन्होंने इरी युकी को अपने पैरों से पूरी तरह दूर रखा ताकि वह कोई दांव न लगा सके। हालांकि, दूसरे राउंड में विनेश को चेतावनी के बाद एक अंक गंवाना पड़ा, लेकिन उन्होंने दबदबा बनाए रखा और आखिरी सेकंड्स में दो अंक लेकर 6-2 पर मुकाबला खत्म किया।
विनेश के फाइनल में पहुंचने के बाद उनके ताऊ और पहलवान महावीर सिंह फोगाट ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी और स्वर्ण पदक के साथ देश लौटने का संदेश दिया था।विनेश के इतिहास रचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, ओलिंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद विनेश ने कहा अपनी उपलब्धि पर बहुत खुश हूं। दूसरे राउंड में मुकाबला काफी नजदीकी रहा, लेकिन मैं जानती थी कि मुझे आखिरी क्षणों में अपना धैर्य नहीं खोना है। मेरे पास अच्छी बढ़त थी और विपक्षी पहलवान हमले के लिए दांव लगाने की तलाश में थी लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने विपक्षी को काबू रखा और देश को एशियाई खेलों की महिला कुश्ती का पहला स्वर्ण दिला दिया।
विनेश ने सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की पहलवान दौलतबाइक याकशीमुरातोवा को महज 1:15 मिनट में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हरा दिया। कुश्ती में जब कोई खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 10 अंक की बढ़त हासिल कर लेता है तो उसे विजयी घोषित कर दिया जाता है, फिर चाहे मुकाबला पूरे होने में कितना भी समय क्यों न बचा हो।
इससे पहले विनेश ने चीन की सन यनान को 8-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद उन्होंने यूनिफाइड कोरिया की किम हिंगजू को 11-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। सन वही खिलाड़ी हैं, जिनके खिलाफ रियो ओलिंपिक में मैच में विनेश चोटिल हो गईं थीं।
रियो ओलिंपिक 2016 में उतरी विनेश को 48 किग्रा भार वर्ग में सन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में घुटने में चोट लग गई थी, जिसके कारण वे जनवरी 2017 तक मैट पर नहीं उतर पाईं थीं।24 साल की होने जा रही विनेश ने 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण जीता था। उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 50 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में 48 किग्रा में कांस्य पदक जीता था। वे आखिरी छह एशियाई चैम्पियनशिप में 3 रजत और 3 कांस्य पदक जीत चुकी हैं।इस बीच साक्षी फ्रीस्टाइल 62 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में किर्गिस्तान की एसुलू तिनिबेकोवा ने 9-7 से हार दिया। हालांकि, तिनिबेकोवा के फाइनल में पहुंचने से उन्हें कांस्य पदक के लिए खेलने का मौका मिला, लेकिन वहां उत्तर कोरिया की सिम जोंग रिम ने 12-2 से हरा दिया।
ऐसा ही 57 किग्रा वर्ग में पूजा ढांडा के साथ हुआ। पूजा सेमीफाइनल में उत्तर कोरिया की सुक मियोंग जोंग से 10-0 से हार गईं। जोंग के फाइनल में पहुंचने के कारण उन्हें कांस्य पदक के लिए मैट पर उतरने का मौका मिला, लेकिन जापान की कत्सुकी सकागा ने 6-1 से हराकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अन्य भारतीय महिला पहलवान पिंकी को 53 किग्रा वर्ग में प्री-क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की सुमिया एर्देनचिमेग से एकतरफा बाउट में 10-0 से हराया।पुरुषों के आखिरी फ्रीस्टाइल 125 किग्रा भार वर्ग में भारतीय पहलवान सुमित को पहले ही राउंड में ईरान के पहलवान परवेज हदीबास्मांज ने 10-0 से हरा दिया।
परवेज के फाइनल में पहुंचने के कारण सुमित को रेपीचेज में उतरने का मौका मिला, जहां उन्होंने कखास्तान के ओलेग बोल्टिन को 7-0 से हराकर कांस्य पदक मुकाबले में जगह बनाई। हालांकि, कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में उन्हें उज्बेकिस्तान के देवित मोद्जमानशविली ने 2-0 से हरा दिया।