इंडोनेशिया और पालेमबैंग में आज शाम 5:30 बजे से 18वें एशियाई खेल शुरू होंगे। इन खेलों में भारत के 571 एथलीट्स भाग लेंगे। अप्रैल में हुए गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत तीसरे नंबर पर रहा था। भारतीय खिलाड़ियों ने वहां कई रिकॉर्ड बनाए थे। देश को इस बार भी अपने खिलाड़ियों से वैसी ही सफलता दोहराने की उम्मीद है।
हालांकि, यहां चुनौती तगड़ी होगी। ऐसे में एशियाई खेल भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक तरीके से रियल्टी चेक भी होंगे।जकार्ता के जीबीके स्टेडियम में होने वाले उद्घाटन समारोह से एशियाई खेलों की औपचारिक शुरुआत होगी, जबकि 19 अगस्त से स्पर्धाएं शुरू होंगी।
उद्घाटन समारोह में जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा तिरंगा थामे भारतीय दल की अगुआई करेंगे। नीरज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। इन खेलों में भी वे भारत की पदक की उम्मीद हैं। एशियाड में भारत 36 खेलों में हिस्सा ले रहा है।
इस बार 10 और नए खेलों को शामिल किया गया है। भारत समेत सात देश- इंडोनेशिया, जापान, फिलीपींस, श्रीलंका, सिंगापुर और थाईलैंड ने हर एशियाई खेलों में भाग लिया है। एशियन गेम्स का प्रसारण सोनी नेटवर्क के चैनल्स पर होगा।
भारत के लिए पदक की उम्मीदों की बात की जाए तो नीरज के अलावा पहलवान सुशील कुमार, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट पोडियम फिनिश कर सकते हैं। मुक्केबाजी में शिव थापा, विकास कृष्णा और सोनिया लाठेर पदक जीतने में सक्षम हैं।
विकास के पास एशियन गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीतने वाला पहला भारतीय मुक्केबाज बनने का मौका है। वे 2010 में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। मनु भाकर, अनीश भानवाल जैसे युवा और संजीव राजपूत जैसे अनुभवी निशानेबाज भी पदक जीतने का माद्दा रखते हैं।
पीवी सिंधु, साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत पर बैडमिंटन में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने की जिम्मेदारी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने इतिहास रचा था। एशियाड में भी उनसे ऐसी ही उम्मीद होगी।
इन खेलों में भारत की पुरुष हॉकी टीम मौजूदा चैम्पियन के तौर पर उतर रही है। हालिया फॉर्म देखते हुए संभावना है कि पीआर श्रीजेश की कप्तानी वाली टीम गोल्ड मेडल के साथ ही स्वदेश लौटे। महिला टीम 1958 में एकमात्र स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही है।
पिछले संस्करण में उसके हिस्से में ब्रॉन्ज मेडल आया था। हालांकि, रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम इस बार पदक का रंग बदल सकती है।एशियाई खेलों में कबड्डी को 1990 में शामिल किया गया। इस खेल में तब से ही भारत का दबदबा है।
कबड्डी में भारत अब तक नौ गोल्ड मेडल जीत चुका है। इस बार ऐसी ही उम्मीद है। हाल ही में आईएएएफ अंडर-20 चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत इतिहास रचने वाली फर्राटा धावक हिमा दास पर भी सबकी निगाहें हैं। असम की रहने वाली हिमा 400 मीटर में भारत की पदक की सबसे बड़ी उम्मीद हैं।
उद्घाटन समारोह में इंडोनेशिया के प्रसिद्ध गायक अंगगन, राइसा, तुलुस, इडो कोनडोलोजिट, पुत्री अयु, फातिन, कामासिएन और विया वालेन प्रस्तुति देंगे। इसके लिए एक भव्य मंच तैयार किया गया है। यह 120 मीटर लंबा, 30 मीटर चौड़ा और 26 मीटर ऊंचा है। इसके बैकग्राउंड में पहाड़ दिखेगा, जिस पर इंडोनेशिया में पाए जाने वाले फूल और पौधे नजर आएंगे। उद्घाटन समारोह में कुल 4000 डांसर प्रस्तुति देंगे।