आज से वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में हाथ आजमाएंगे भारतीय खिलाड़ी

वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप आज से बासेल (स्विट्जरलैंड) में शुरू हो रही है। यह चैम्पियनशिप का 25वां सीजन है। 1995 के बाद पहली बार चैम्पियनशिप स्विट्जरलैंड में हो रही है। इसमें 45 देशों के 357 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।

भारत का 19 सदस्यीय दल चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रहा है। सिंगल्स में भारत के 6 खिलाड़ी, डबल्स में 8 जोड़ियां उतर रही हैं। हाल ही में थाईलैंड ओपन जीतने वाली भारत की पुरुष डबल्स जोड़ी सात्विकसाईराज रैंकीरेड्‌डी और चिराग शेट्‌टी ने चोट के कारण टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है।

महिला सिंगल्स में पीवी सिंधु, साइना नेहवाल भारतीय चुनौती संभालेंगी। पुरुष सिंगल्स में किदांबी श्रीकांत, एचएस प्रणय, बीसाई प्रणीत और समीर वर्मा उतरेंगे।

अगर सिंधु और साइना अपने-अपने शुरुआती मैच जीत जाती हैं तो सेमीफाइनल में दोनों का सामना हो सकता है।महिला सिंगल्स की डिफेंडिंग चैम्पियन स्पेन की कैरोलिना मारिन चोट से रिकवरी कर रही हैं।

इसलिए उन्होंने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया। वर्ल्ड चैम्पियनशिप बैडमिंटन का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। लेकिन इसमें कोई प्राइज मनी नहीं होती। बल्कि सिर्फ मेडल और ट्रॉफी दी जाती है। यह बैडमिंटन का सबसे ज्यादा रैंकिंग पॉइंट देने वाला टूर्नामेंट है।

वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में इस बार खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल चीन का है। उसके 30 खिलाड़ी टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। पिछले साल भी चीन के सबसे ज्यादा 31 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। उसके 4-4 खिलाड़ी सिंगल्स में उतर रहे हैं और तीनों डबल्स में भी 4-4 जोड़ियां हैं।

छह देश (ब्राजील, श्रीलंका, क्रोएशिया, हंगरी, मैक्सिको, इटली) ऐसे हैं, जिसके एक-एक खिलाड़ी ही टूर्नामेंट में उतर रहे हैं। मेजबान स्विट्जरलैंड के 6 खिलाड़ी चैम्पियनशिप में शामिल हो रहे हैं।

साइना और सिंधु को पहले राउंड में बाई मिली है। दोनों दूसरे राउंड से कोर्ट पर उतरेंगी। सिंधु को पांचवीं और साइना को आठवीं वरीयता मिली है। दूसरे राउंड में सिंधु का सामना ताइवान की पाई यू पो और बुल्गारिया की लिंडा जेचिरी के बीच मुकाबले की विजेता से होगा।

साइना का मैच स्विट्जरलैंड की सबरीना जाकेट और हॉलैंड की सोराया डि विश्च इजबर्गन के बीच की विजेता से होगा।वहीं पुरुष सिंगल्स में टूर्नामेंट में पहले दिन श्रीकांत का मुकाबला आयरलैंड के नहाट एनगुएन से, समीर का सिंगापुर के लोह कीन यू से, प्रणीत का कनाडा के जैसन एंथनी हो-श्यू से और प्रणय का फिनलैंड के एतू हीनो से होगा।

पुरुष डबल्स में मनु अत्री-बी सुमित रेड्डी, एम आर अर्जुन-रामचंद्रन श्लोक और अरूण जार्ज-संयम शुक्ला, जबकि महिला डबल्स में जे मेघना-पूर्विशा एस राम, अश्विनी पोनप्पा-एन सिक्की रेड्डी और पूजा डांडू-संजना संतोष अपनी चुनौती रखेंगे।

भारत टूर्नामेंट में 8 मेडल (3 सिल्वर, 5 ब्रॉन्ज) जीत चुका है। प्रकाश पादुकाेण ने सबसे पहले 1983 में पुरुष सिंगल्स में ब्रॉन्ज जीता। फिर ज्वाला गुट्‌टा-अश्विनी पोनप्पा ने 2011 में महिला डबल्स में ब्रॉन्ज जीता। साइना ने 2015 में सिल्वर और 2017 में ब्रॉन्ज जीता। सिंधु ने 4 मेडल (2013, 14 में ब्रॉन्ज और 2017, 18 में सिल्वर) जीते हैं।

वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप सबसे पहले 1977 में हुई। इसके शुरुआती तीन सीजन हर तीन-तीन साल में होते थे। इसके बाद 2005 तक यह हर दो साल में होने लगी। 2006 से यह ओलिंपिक ईयर छोड़कर हर साल होने लगी।

चैम्पियनशिप में एक देश से सिंगल्स में अधिकतम 4-4 और डबल्स में अधिकतम 4-4 जोड़ियां हिस्सा ले सकती हैं। इस बार पुरुष सिंगल्स में 64, महिला सिंगल्स में 48 और तीनों डबल्स (महिला, पुरुष, मिक्स्ड) में 48-48 जोड़ियां हिस्सा ले रही हैं।

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