भारतीय जूनियर टीम शनिवार को पुरूष जूनियर हाकी विश्व कप के दूसरे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भी इसी लय को बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी.खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही भारतीय टीम ने कल मेजर ध्यानचंद एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में पहले मैच में कनाडा को 4-0 से मात दी थी.भारत 15 साल बाद खिताब जीतने के इरादे से उतरा है जिसने 2001 में आस्ट्रेलिया के होबर्ट में एकमात्र जूनियर विश्व कप जीता था .
भारत की नजरें ग्रुप चरण में सारे मैच जीतने पर लगी होंगी ताकि पूल में शीर्ष पर रह सके और क्वार्टर फाइनल में छह बार के चैम्पियन जर्मनी से नहीं खेलना पड़े.हरेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में भारतीय टीम का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है जिसने एशिया कप जीता और वालेंशिया में चार देशों के टूर्नामेंट में जर्मनी को हराकर खिताब जीता.
गुरूवार के मैच में जीत से भारत की क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की हो जायेगी . दूसरी ओर 1997 और 2001 में चौथे स्थान पर रही इंग्लैंड की टीम पहली बार खिताब जीतने की कोशिश में होगी .भारत ने गुरूवार को खेल के हर विभाग में कनाडा को उन्नीस साबित किया . कोच हरेंद्र ने मैच के बाद कहा गेंद पर नियंत्रण, सर्कल के भीतर हमले, पेनल्टी कार्नर सभी में हम बेहतरीन थे.
हमने एक भी पेनल्टी कार्नर नहीं गंवाया जो हमारी डिफेंस की ताकत बताता है.भारतीय टीम को यह ध्यान रखना होगा कि मैच दर मैच हर टीम मजबूत होती जायेगी और प्रदर्शन में लगातार सुधार करना होगा.हरेंद्र ने कहा लगातार प्रदर्शन में सुधार जरूरी होता है और हम भी इस पर फोकस करेंगे.
हरमनप्रीत ने कल डिफेंस में उम्दा प्रदर्शन किया . परविंदर सिंह और मनदीप सिंह का भी प्रदर्शन अच्छा रहा और उन्होंने विरोधी गोल पर कई हमले बोले.हरमनप्रीत ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल किया जबकि वरूण ने छह में से एक पेनल्टी कार्नर गोल में बदला. इंग्लैंड के खिलाफ हालांकि यह आसान नहीं होगा जिसने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4-2 से जीत के साथ आगाज किया.
इंग्लैंड के कोच जान ब्लेबी ने भारत को आगाह करते हुए कहाहम भारत के खिलाफ मैच को लेकर बेकरार हैं. हमें पता है कि भारतीय टीम कठिन प्रतिद्वंद्वी है. वे अपनी सरजमीं पर खेल रहे हैं लेकिन हम पूरी तैयारी से उतरेंगे.कोहरे के कारण यह मैच अब शाम छह बजे से खेला जायेगा. अन्य मैचों में कोरिया का सामना आस्ट्रिया से, दक्षिण अफ्रीका का कनाडा से और अर्जेंटीना का आस्ट्रेलिया से होगा.