ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से फाइनल में हराकर चैपियंस ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है। इस हार के साथ ही भारत का पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सपना चूर हो गया। ऑस्ट्रेलिया को जीत पेनाल्टी शॉट से मिली और उसने यह मैच 3-1 से अपने नाम कर लिया। शुक्रवार को 36वीं हीरो चैंपियन्स ट्रॉफी के अंतिम मुकाबले में खिताबी जीत का फैसला करने वाले शूटआउट में भारत के तीन बार चूकने के कारण उसके खाते में रजत पदक आया।
इस निर्णायक शूटआउट में भारत विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से फाइनल मैच 1-3 के अंतर से हार गया।शूटआउट में सिर्फ हरमनप्रीत सिंह ही स्कोर कर सके थे। एसके उथप्पा, एस वी सुनील और सुरेंद्र कुमार का निशाना लक्ष्य से काफी दूर लगा। दोनों टीमों की ओर से महज चार प्रयास किए जाने थे जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 की बढ़त ले ली।
ऑस्ट्रेलिया के लिए एरान जालेस्की, डेनियल बीले और सिमॉन ऑर्चर्ड ने स्कोर किया जबकि ट्रेंट मिटन के प्रयास को गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने रोक दिया था।इस मैच में गोलकिपर श्रीजेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आपको बता दें कि पूरे मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया को 12 पेनाल्टी स्ट्रोक मिले, जिसमें से वो एक भी बार श्रीजेश से नहीं निपट पाए।मैच पर ऑस्ट्रेलिया शुरू से ही पकड़ बनाए हुए था लेकिन 70 मिनट में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई और मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट के जरिए किया गया।