एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में आज भारत का पहला मैच ओमान से

भारतीय पुरुष हॉकी टीम एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले मैच में आज मेजबान ओमान से भिड़ेगी. गत विजेता भारत के लिए यह मैच लय हासिल करने के लिहाज से काफी अहम होगा. टीम का हालिया प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. उसे एशियन गेम्स में कांस्य पदक से संतुष्ट होना पड़ा था.

ऐसे में सुल्तान काबूस स्पोटर्स कॉम्पलेक्स में होने वाला यह मैच भारत के लिए आत्मविश्वास हासिल करने के नजरिए से अहम है.भारत ने करीब दो महीने पहले ओमान को 7-0 से मात दी थी. यह मुकाबला इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले गए एशियन गेम्स में हुआ था.

भारत की तब की टीम और मौजूदा टीम में एक बड़ा अंतर है. तब भारतीय टीम में पूर्व कप्तान और बेहतरीन मिडफील्डर सरदार सिंह शामिल थे. अब वे संन्यास ले चुके हैं. भारत को इस टूर्नामेंट में मिडफील्ड में उनकी कमी खलेगी.सरदार सिंह की भरपाई करने का मुख्य जिम्मा कप्तान मनप्रीत सिंह पर ही होगा.

वे टीम के कप्तान भी हैं. ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि मनप्रीत यह दोहरी जिम्मेदारी कैसे संभालते हैं और मैदान पर संतुलन कैसे बनाते हैं. भारत को अपने दूसरे मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 20 अक्टूबर को भिड़ना है. पहले मैच में इस बात का अंदेशा लग जाएगा कि भारत को कहां काम करने की जरूरत है और यह बात टीम को कोच हरेंदर सिंह को भी मालूम है.

कोच का भी मानना है कि पहला मैच आने वाले मैचों की तैयारी के लिए अहम है. कोच ने कहा पहला मैच हमें मलेशिया, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया के खिलाफ होने वाले मुश्किल पूल मैचों की तैयारी के लिए अपने आप को परखने का मौका देगा. हमारे लिए यह जरूरी है कि हम टूर्नामेंट की शुरुआत बुनियादी चीजों को सही करते हुए करें और आने वाले मैचों के लिए लय हासिल करें.

एशिया कप के दौरान टीम में काफी कमियां देखी गई थीं. शुरुआती मैचों में टीम ने आसान मुकाबलों में दनादन गोल किए थे लेकिन अहम मुकाबलों में टीम दबाव में बिखर गई थी. एक और समस्या संयोजन में देखने को मिली थी. आक्रमणपंक्ति, मिडफील्ड और डिफेंस में सही संयोजन देखने को नहीं मिला था तो वहीं टीम की फिनिशिंग और सर्किल के अंदर गेंद को अपने पास न रख पाना भी एक बड़ी समस्या थी. 

कोच हरेंदर का भी मानना है कि टीम को अच्छा करने के लिए अपनी पुरानी गलतियों से सीखना होगा और गलतियां कम करनी होंगी. उन्होंने कहा हम जानते हैं कि हमारी टीम काफी अच्छी है जो विश्व की किसी भी टीम को मात दे सकती है, लेकिन कई बार चीजें आपके हित में नहीं होती हैं. टीम के लिए यह जरूरी है कि टीम अपना पूरा ध्यान 60 मिनट पर लगाए और दूसरी टीम को मौके नहीं दे.

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