क्रोएशिया ने डेनमार्क को पेनल्टी शूट आउट में 3-2 से हराया। फुल टाइम तक 1-1 की बराबरी पर रहने के बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में भी पहुंच गया लेकिन वहां भी गोल नहीं हुआ। पेनल्टी शूट आउट में क्रोएशिया के गोलकीपर सुबासिच ने 3 गोल रोक कर टीम को जीत दिलाई। इस जीत के साथ क्रोएशिया 20 साल बाद क्वार्टर फाइनल में पहुंचा।
जहां उसका मुकाबला 7 जुलाई को मेजबान रूस से होगा। इससे पहले मैच का पहला गोल डेनमार्क के जोर्गेंसन ने पहले मिनट (58 सेकंड) में किया। जोर्गेंसन के बाद क्रोएशिया के मांजुकिच ने चौथे मिनट में गोल कर टीम को बराबरी दिलाई।विश्व कप के इतिहास में यह दूसरा मौका है, जब एक दिन दो मुकाबलों का नतीजा पेनल्टी शूट आउट से हुआ।
रविवार को रूस और स्पेन के बीच खेला गए मैच का फैसला भी पेनल्टी शूट आउट से हुआ। इससे पहले 21 जून, 1986 को फ्रांस ने पेनल्टी शूट आउट में ब्राजील को बाहर का रास्ता दिखाया था, जबकि उसी दिन तत्कालीन पश्चिच जर्मनी ने मैक्सिको को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।
विश्व कप यह नौवीं बार है जब एक ही दिन में दो मैच एक्सट्रॉ टाइम में पहुंचे। आखिरी बार 2014 में अर्जेंटीना-स्विट्जरलैंड और बेल्जियम-अमेरिका के मैच भी एक्सट्रॉ टाइम तक पहुंचा था।
क्रोएशिया और डेनमार्क दोनों ने 4 मिनट के अंदर गोल किया। विश्व कप इतिहास में सबसे कम समय में एक मैच में दोनों टीमों ने गोल करने का रिकॉर्ड बनाया। क्रोएशिया और डेनमार्क ने 3 मिनट 40 सेकंड के अंदर 1-1 गोल किए।
इससे पहले 2014 में नाइजीरिया और अर्जेंटीना के बीच हुए मुकाबले में 4 मिनट के अंदर दोनों टीमों ने 1-1 गोल किए थे।डेनमार्क ने हाफटाइम के बाद मैच में पहला बदलाव करते हुए 46वें मिनट में आंद्रियास क्रिस्टेनसेन की जगह शोने को मैदान पर भेजा।
उसके बाद उसने 66वें मिनट में कोरनेलियुस की जगह एन. जोर्गेंसन, 98वें मिनट में डेलाने की जगह क्रॉन डेहली और 105वें मिनट में ब्रैथवेट की जगह सिस्तो को मैदान पर उतारा। वहीं, क्रोएशिया ने 71वें मिनट में ब्रोजोविच की जगह कोवाचिच, 81वें मिनट में स्ट्रिनीच की जगह पिवारिच, 97वें मिनट में पेरिसिच की जगह क्रेमेरिच और 108वें मिनट में मांजुकिच की जगह बडेल को मैदान पर उतारा।