मेजबान चिली ने पेरू को रोमांचक मुकाबले में पराजित कर टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है.एडुआडरे वर्गास के दो अविसनीय गोलों की बदौलत मेजबान चिली ने पेरू को रोमांचक मुकाबले में 2-1 से पराजित कर वर्ष 1987 के बाद पहली बार कोपा अमेरिका फुटबाल टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है.सांतियागो के एस्टाडियो स्टेडियम में करीब 46 हजार दर्शकों की मौजूदगी में खेले गये इस बेहद रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अमेरिकी फुटबाल टूर्नामेंट में पहली बार खिताब हासिल करने का सपना देख रही चिली की ओर से वर्गास ने मैच के 42वें मिनट में पहला गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई. वर्गास ने तीन गज की दूरी से फार्वड एलेक्सिस सांचेज के क्रास पर गोल दागा. हालांकि टीवी रिप्ले में दिखाया गया कि वह आफ साइड थे.
कोपा अमेरिका के कई मैचों की तरह यह मुकाबला भी काफी विवादास्पद रहा और रेफरी जोस एरगोटे के निर्णय सवालों के घेरे में आ गये जब वह वर्गास का आफ साइड गोल पहचान नहीं सके. इसके अलावा पेरू को लगभग पूरा मैच 10 खिलाड़यिों के साथ खेलना पड़ा जब रेफरी ने कालरेस जामब्रानो को सातवें मिनट में येलो कार्ड दिखाया और 13वें मिनट में बाहर कर दिया.हालांकि इसके बाद विपक्षी टीम पेरू को 61वें मिनट में गैरी मेडेल के आत्मघाती गोल की बदौलत मुकाबले में 1-1 से बराबरी करने का मौका मिल गया. पाउलो गुएरेरो ने लुईस एडविनसुला को पास दिया जिस पर मेडेल ने आत्मघाती गोल दाग दिया.
लेकिन पेरू की बढ़त केवल चार मिनट तक ही रह सकी और 25 वर्षीय वर्गास ने 30 गज की दूरी से कमाल का गोल दागा जो पेरू के गोलकीपर प्रेडो गैलीस को छकाते हुये सीधे बाक्स के ऊपरी कोने में पहुंची. इसी के साथ चिली ने बढ़त को 2-1 पहुंचा स्थिति को मजबूत कर दिया और इस बढ़त को अंत तक बनाये रख मैच जीता.