भारत और मालदीव के बीच आज दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) कप का फाइनल खेला जाएगा. भारतीय टीम अब तक अजेय है और वह जीत के दावेदार के तौर पर मैदान पर उतरेगी. भारतीय टीम में अधिकतर अंडर-23 के खिलाड़ी हैं.
भारत ने ग्रुप चरण में श्रीलंका और मालदीव को 2-0 के समान अंतर से हराया. फिर सेमीफाइनल में पाकिस्तान पर 3-1 से जीत दर्ज की. मालदीव ने सेमीफाइनल में नेपाल को 3-0 से हराया था. मालदीव पिछले तीन बार में फाइनल में नहीं पहुंच पाया था.
मौजूदा चैंपियन भारत कुल आठवीं और लगातार तीसरी बार खिताब जीतने की कवायद में लगा है. उसने 2003 को छोड़कर 11 टूर्नामेंटों में फाइनल में जगह बनाई है. आठवां खिताब जीतकर वह क्षेत्रीय स्तर पर अपनी बादशाहत बरकरार रखने की कोशिश करेगा.
बंगबंधु स्टेडियम में पिछली बार 2009 में टूर्नामेंट खेला गया था. तब भी भारत और मालदीव के बीच फाइनल खेला गया था. दोनों टीमें अतिरिक्त समय में भी गोल नहीं कर पाई थीं. भारत ने पेनल्टी शूटआउट में मैच जीता था.आज के मैच को 2009 का रीप्ले कहा जा रहा है.
भारतीय कोच स्टीफन कॉन्स्टेनटाइन भी मालदीव को हल्के से नहीं ले रहे हैं.कॉन्स्टेनटाइन ने कहा मालदीव ने नेपाल के खिलाफ सेमीफाइनल में अपनी असली ताकत दिखाई. नेपाल के खिलाफ 3-0 से जीत दर्ज करना आसान नहीं था.
उनके कुछ खिलाड़ी हमारे खिलाफ नहीं खेले थे और उन्होंने नेपाल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया. हम मालदीव के खिलाफ कड़े मैच की उम्मीद कर रहे हैं.पाकिस्तान के खिलाफ दो गोल कर मैन ऑफ द मैच चुने गए मनवीर सिंह ने कहा यह मजबूत इरादे रखने वाले खिलाड़ियों की टीम है और कोई भी मैच कभी आसान नहीं होता.
हमें सकारात्मक परिणाम हासिल करने का विश्वास था और आखिर में हमने ऐसा किया। 23 वर्षीय फॉरवर्ड ने कहा, ‘हमें अब एक और महत्वपूर्ण मुकाबला खेलना है और हमें फाइनल पर ध्यान देने की जरूरत है.