दक्षिण कोरिया ने बड़ा उलटफेर करते हुए मौजूदा चैम्पियन जर्मनी को 2-0 से हरा दिया। इस हार के साथ ही विश्वकप में जर्मनी का सफर खत्म हो गया। ऐसा लगातार तीसरे विश्वकप में हुआ, जब चैम्पियन टीम पहले राउंड में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इससे पहले 2010 में इटली और 2014 में स्पेन ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई थीं।
जर्मनी के खिलाफ दक्षिण कोरिया ने दोनों गोल इंजरी टाइम में किए। उधर, ग्रुप एफ के ही दूसरे मैच में स्वीडन ने मैक्सिको को 3-0 से हराकर 12 साल बाद आखिरी 16 में जगह बनाई।90+4 मिनट में जर्मन पेनल्टी एरिया के पास जर्मनी के खिलाड़ियो के बीच पासिंग के दौरान गेंद उलझ गई। टोनी क्रूस ने जल्दबाजी में दक्षिण कोरिया के किम यंग-ग्वोन को पास कर दिया।
किम ने मौका पाते ही पेनल्टी बॉक्स के अंदर से गेंद को गोल में पहुंचा दिया।इंजरी टाइम में गोल की कोशिशों में जुटी जर्मनी ने अपने गोलकीपर मैनुएल नुएर को भी गोल एरिया से बाहर लाकर मैदान में उतार दिया था। इससे जर्मनी का गोलपोस्ट बिना सुरक्षा के छूट गया।
इस दौरान हमले की कोशिश में जुटी जर्मनी के कब्जे से जैसे ही गेंद छूटी दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी ने उसे जर्मनी के हाफ में पहुंचा दिया, जहां पहले से खड़े सोन ह्यूंग-मिन ने गेंद पर कब्जा किया और तेजी से खाली पड़े जर्मन गोलपोस्ट की तरफ बढ़ गए। गोलकीपर की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए सोन ने आसानी से गेंद को गोलपोस्ट के अंदर डाल दिया।
दक्षिण कोरिया के खिलाफ जर्मनी ने विश्व कप में अब तक कुल 3 मुकाबले खेले हैं। दो में जर्मनी और 1 में दक्षिण कोरिया ने जीत हासिल की है। इससे पहले दक्षिण कोरिया को जर्मनी के खिलाफ सिर्फ 2004 में खेले गए एक मैत्री मैच में जीत मिली थी। जर्मनी ने उसे 1994 विश्व कप में 3-2 और 2002 के सेमीफाइनल में 1-0 के अंतर से हराया था।
इतना ही नहीं किसी एशियाई टीम के खिलाफ विश्व कप में ये जर्मनी की पहली हार है। इससे पहले 3 मुकाबलों में जर्मनी ने एशियाई टीमों को एक भी गोल नहीं करने दिया था।दक्षिण कोरिया से हारकर जर्मनी ग्रुप एफ में सबसे नीचे पहुंच गई। विश्व कप में ये तीसरी बार है जब मौजूदा चैम्पियन टीम ग्रुप में आखिरी स्थान पर रही हो। इससे पहले 2002 में फ्रांस (1998 विजेता) और 2010 में इटली (2006 विजेता) अपने ग्रुप में आखिरी स्थान पर रही थीं।