ग्रुप डी के मैच में क्रोएशिया ने अर्जेंटीना को 3-0 से हरा दिया। ग्रुप स्टेज में अर्जेंटीना 60 साल बाद 3 या उससे ज्यादा गोल के अंतर से हारा है। 1958 में उसे चेकोस्लोवाकिया ने 6-1 से हराया था। इस हार के बाद अर्जेंटीना के अगले दौर में पहुंचने की उम्मीदें कम हो गई हैं। अब उन्हें अपने आखिरी मैच में नाइजीरिया को बड़े अंतर से हराना होगा।
साथ ही ये उम्मीद भी करनी होगी आइसलैंड अपने अगले मैचों में जीत हासिल ना कर पाए। अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी विश्व कप के लगातार छठे मैच में गोल नहीं कर सके। उन्होंने आखिरी बार 2014 में नाइजीरिया के खिलाफ गोल किया था।
53वें मिनट में अर्जेंटीना के मर्काडो ने गेंद टीम के गोलकीपर विली कैबेलेरो को दी, लेकिन कैबेलेरो ने गेंद मर्काडो को वापस देने की कोशिश में एक गलत किक मारी और गेंद हवा में क्रोएशियाई मिडफील्डर एंटे रेबिच के पास पहुंच गई। उन्होंने गेंद गिरने से पहले ही उसे हवा में किक मार कर गोलपोस्ट के अंदर पहुंचा दिया।
80वें मिनट में ब्रोजोविक के क्रॉस पर टीम के कप्तान लुका मोड्रिच ने 23 मीटर से शॉट लिया और गेंद गोलकीपर कैबेलरो को छाकते हुए गोलपोस्ट के अंदर गिरी। मोड्रिच तीसरे क्रोएशियाई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वर्ल्ड कप मैचों में लगातार दो या उससे ज्यादा गोल किए हो। इससे पहले डावोर सकर और इवान पेरिसिक ने ये कारनामा किया था।
रकिटिच, कोवेसिच और मांड्सुकिच की तिकड़ी गेंद को अपने हाफ से अर्जेंटीना के गोलपोस्ट तक ले गई, जहां रकिटिच ने गोलपोस्ट पर पहला शॉट लिया, लेकिन गोलकीपर कैबेलरो ने गेंद को दूसरी ओर छिटका दिया। कोवेसिच ने एक बार फिर गेंद को रकिटिच की तरफ धकेला, जिन्होंने दूसरी बार के प्रयास में गेंद को अर्जेंटीना के गोलपोस्ट में डाल दिया।
अर्जेंटीना को हाफटाइम में गोल का एक मौका मिला था। लियोनल मेसी को बॉक्स के बाहर से मेजा ने पास दिया, लेकिन वे उसे गोल में नहीं बदल सके। 30वें मिनट में अर्जेंटीना के एंजो पेरेज भी गोल करने का एक आसान मौका चूक गए। उनका शॉट गोलपोस्ट के बगल से निकल गया। लियोनल मेसी का जादू मैच में देखने को नहीं मिला।
अपने पिछले मैच में आइसलैंड के खिलाफ 11 शॉट लेने वाले मेसी को इस मैच में 64वें मिनट में पहला शॉट लेने का मौका मिला लेकिन वे उसे गोल में नहीं बदल सके।51वें मिनट में अर्जेंटीना के मर्काडो को यलो कार्ड मिला। ये इस विश्व कप में अर्जेंटीना को मिला पहला यलो कार्ड है। उसके बाद ओटामेंडी को 85वें मिनट में और एकुना को 87वें मिनट में यलो कार्ड मिला।
अर्जेंटीना ने 54वें मिनट में एगुएरो की जगह हिगुएन, 56वें मिनट में साल्वियो की जगह पेवोन और 68वें मिनट में पेरेज की जगह डाइबाला को मैदान पर उतारा। वहीं, क्रोएशिया ने 57वें मिनट में रेबिच की जगह क्रेमेरिच को मैदान पर भेजा। 67वें मिनट में क्रोएशिया के सल्काओ को यलो कार्ड मिला। 82वें मिनट में क्रोएशिया ने पेरिसिच की जगह कोवाचिच और 93 मिनट में मांडुकिच की जगह कोरलुका को उतारा। कोरलुका को 94वें मिनट में यलो कार्ड भी मिल गया।