टीम इंडिया में लगातार वापसी का प्रयास कर रहे युवराज सिंह का मानना है कि उनके भीतर अभी कुछ साल और क्रिकेट खेलना का जज्बा मौजूद है. कैंसर से उबरने के बाद युवराज लगातार टीम इंडिया से अंदर बाहर होते रहे हैं. मनीष पांडे और केदार जाधव जैसे बल्लेबाजों ने उनकी टीम में वापसी को और मुश्किल बना दिया है.
हाल ही में युवराज सिंह ने अपने रिटायरमेंट को लेकर एक बयान दिया है. उनका कहना है कि वह अपनी शर्तों पर ही क्रिकेट से संन्यास लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद भी उन्होंने अभी नहीं छोड़ी है. युवराज ने यह भी कहा है कि वह 2-3 सीजन तक आईपीएल भी खेलते रहेंगे.
बाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में कहा रिटायरमेंट के बाद कमेंटरी करना मेरे लिए संभव नहीं होगा. मैं कैंसर (युवीकैन फाउंडेशन) मेरा कार्यक्षेत्र होगा. लेकिन मैं युवा क्रिकेटरों के साथ भी काम करना चाहूंगा. मैं नई पीढ़ी के क्रिकेटरों के साथ संवाद बनाना चाहता हूं.
मेरे जेहन में कोचिंग प्रमुखता से है. मैं अंडरप्रिविलेज्ड बच्चों के साथ काम करना चाहता हूं, उन्हें स्पोर्ट और एजुकेशन देना चाहता हूं. क्योंकि खेल और शिक्षा दोनों ही जीवन में अहम हैं. आपको दोनों पर फोकस करना होता है. और खेल शिक्षा की कीमत पर नहीं होने चाहिए.रिटायरेमेंट के बारे में पूछने पर युवराज ने कहा मैं किसी अफसोस के साथ इस खेल को नहीं छोड़ना चाहता.
मुझे लगता है कि अभी मैं कुछ साल और खेल सकता हूं. मैं घर वापस उस समय जाना चाहता हूं, जब मुझे लगे कि इसका सही समय आ गया है. मैं अब भी खेल रहा हूं और खेल का आनंद उठा रहा हूं. इसलिए नहीं कि मुझे टीम इंडिया के लिए खेलना है या आईपीएल में खेलना है. मेरी प्रेरणा जाहिर है भारत के लिए ही खेलने की है.
फिर भी मुझे लगता है कि मैं अभी तो या तीन आईपीएल खेल सकता हूं.युवराज ने कहा मेरा अब तक का क्रिकेट सफर बहुत ही शानदार रहा है. मैं हमेशा से ही एक लड़ाकू रहा हूं और कठिन परिस्थियां मुझे मजबूत बनाती हैं. मैं लोगों की ताकत बनना चाहता हूं. मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाना चाहता हूं जिसने कभी हार नहीं मानी-मैं भारत के लिए दोबारा खेल पाऊं या नहीं.
मैं मैदान में अपना 100 प्रतिशत देता हूं.बता दें कि 27-28 जनवरी को आईपीएल नीलामी में युवराज सिंह को उनके बेस प्राइज पर ही खरीदा गया. वह किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलेंगे. अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना को घरेलू स्तर पर अच्छे प्रदर्शन के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 18 फरवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना जा चुका है.
रैना ने फिटनेस से जुड़ी समस्याओं को भी दूर किया और विराट कोहली की अगुवाई वाली 16 सदस्यीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड के खिलाफ फरवरी 2017 में टी-20 मैच के रूप में खेला था. इसके बाद फिटनेस कारणों से वह टीम से बाहर चल रहे थे.
अनिवार्य यो यो टेस्ट में सफल होने के कारण भी उनकी वापसी संभव हो पाई. हालांकि, एक बार फिर से युवराज सिंह की टीम में वापसी नहीं हुई है.भारत के ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह पिछले काफी वक्त से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. युवराज को टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पा रही है, लेकिन वापसी के लिए वह पूरी तरह से कोशिश में जुटे हुए हैं.
घरेलू टूर्नामेंट्स में युवराज का प्रदर्शन अच्छा चल रहा है. कुछ वक्त पहले उन्होंने यो-यो टेस्ट भी पास कर लिया है, लेकिन अभी तक वह टीम इंडिया में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं. टी-20 में एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले अकेले खिलाड़ी