पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ हरियाणा में 2020 से इंस्टाग्राम लाइव सत्र के दौरान जातिवादी टिप्पणी को लेकर एक एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्व ऑलराउंडर द्वारा की गई टिप्पणी को दलित समुदाय के लिए अपमानजनक माना गया था और युवराज ने बाद में इसपर सोशल मीडिया पर माफीनामा भी जारी किया था।
हरियाणा के हिसार के एक वकील ने जातिवादी टिप्पणी के लिए युवराज के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिकायत के आठ महीने बाद हरियाणा पुलिस ने अब मामले में एक एफआईआर दर्ज की है।
हिसार के हांसी पुलिस स्टेशन ने एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 (1) (आर) और 3 (1) (3) के अलावा आईपीसी की धारा 153, 153A, 295, 505 के तहत मामला दर्ज किया है।युवराज द्वारा जातिवादी टिप्पणी कथित रूप से भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान की गई थी।
चैट के दौरान युवराज ने भारतीय स्पिनरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का जिक्र करते हुए ‘बी *** जी’ शब्द का इस्तेमाल किया था। पूर्व ऑलराउंडर को बाद में सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए निशाना बनाया दिया था।
युवराज ने रोहित को चहल के टिकटोक वीडियो के बारे में बताते हुए कहा था, “ये ‘बी *** जी’ लोग का काम नहीं है युजवेंद्र और (कुलदीप)”
जिसपर रोहित ने जवाब दिया था युजवेंद्र को देखा क्या वीडियो डाला है अपनी फैमली के साथ। मैंने उसको वहीं बोला कि अपने बाप को नचा रहा है, पाग तो नहीं है तू।
अपमानजनक टिप्पणियों के लिए सोशल मीडिया पर लोगों का निशाना बनने बाद युवराज ने माफी मांगी थी और कहा था कि वह कभी भी असमानता में विश्वास नहीं करते हैं।उन्होंने कहा मैंने कभी भी किसी भी प्रकार की असमानता में विश्वास नहीं किया है, यह जाति, रंग, नस्ल या लिंग के आधार पर हो।
मैंने लोगों के कल्याण के लिए अपना जीवन दिया है और जारी रख रहा हूं। मैं गरिमा में विश्वास करता हूं।पूर्व ऑलराउंडर ने 2019 में क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास ले लिया था। युवराज एमएस धोनी की कप्तानी में भारत के 2007 टी-20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने देश को दो विश्व कप खिताब का दावा करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवराज को 2011 विश्व कप में उनके शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज से नवाजा गया।