हार्दिक पंड्या की मैच की अंतिम 3 गेंद पर 3 विकेट की बदौलत भारत ने रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे आईसीसी विश्व टी20 के सुपर 10 के ग्रुप दो मैच में आज यहां बांग्लादेश को एक रन से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद जीवंत रखी। भारत के 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम 9 विकेट पर 145 रन ही बना सकी। बांग्लादेश को पंड्या के पारी के अंतिम ओवर में जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। मुश्फिकुर रहीम (11) ने लगातार दो चौके जड़े लेकिन इसके बाद शिखर धवन को कैच दे बैठे।
अंतिम दो गेंद पर दो रन चाहिए थे। महमूदुल्लाह (18) भी फुलटास को रविंद्र जडेजा के हाथों में खेल गए जबकि अंतिम गेंद पर विकेटकीपर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मुस्तफिजुर रहमान (00) को रन आउट करके भारत को जीत दिला दी।भारत की ओर से ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 20 जबकि बायें हाथ के स्पिनर जडेजा ने 22 रन देकर दो विकेट चटकाए। पंड्या ने तीन ओवर में 29 रन देकर दो विकेट चटकाए। लगातार तीसरी हार के साथ बांग्लादेश सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया। भारत के खिलाफ पांच टी20 मैचों में यह उसकी लगातार 5वीं हार है।
इससे पहले भारतीय टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और सुरेश रैना (30) तथा विराट कोहली (24) के बीच तीसरे विकेट की 50 रन की साझेदारी के बावजूद टीम सात विकेट पर 146 रन ही बना सकी। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (23) और रोहित शर्मा (18) भी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे। भारत को अपना अंतिम ग्रुप मैच 27 मार्च को मोहली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है।बांग्लादेश की पारी के दौरान भारत का क्षेत्ररक्षण काफी खराब रहा और उसने कम से कम चार कैच टपकाए। सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल (35) को आशीष नेहरा की पहली गेंद पर जसप्रीत बुमराह के खराब क्षेत्ररक्षण से चार रन मिले।
इसी ओवर में नेहरा ने तमीम को सीधा कैच भी टपकाया। अभिमन्यु मिथुन (01) हालांकि रविचंद्रन अश्विन पर छक्का जड़ने की कोशिश लांग आन पर पंड्या को कैच दे बैठे।बुमराह ने इसके बाद अश्विन की गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर तमीम का आसान कैच टपकाया। शब्बीर रहमान ने इसी ओवर में छक्का जड़ा। तमीम ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए बुमराह के ओवर में चार चौके मारे और पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 45 रन तक पहुंचाया।
धोनी ने इसके बाद जिम्मेदारी रविंद्र जडेजा को सौंपी और उन्होंने तमीम को कप्तान के हाथों स्टंप कराके शब्बीर के साथ उनकी 44 रन की साझेदारी का अंत किया। तमीम ने 32 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे। शब्बीर ने पंड्या का स्वागत लगातार दो चोकों के साथ किया लेकिन अगले ओवर में सुरेश रैना की वाइड गेंद पर धोनी ने शानदार तरीके से उन्हें स्टंप कर दिया। शब्बीर ने 15 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के से 26 रन बनाए।
अश्विन ने भी इसके बाद पंड्या की गेंद पर साकिब अल हसन का कैच टपकाया जिसका फायदा उठाकर बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने एक गेंद बाद छक्का जड़ दिया। जडेजा ने अगले ओवर में कप्तान मशरफी मुर्तजा (06) को बोल्ड करके बांग्लादेश को चौथा झटका दिया। साकिब ने जडेजा के इसी ओवर में छक्का जड़ा लेकिन अगले ओवर में अश्विन ने स्लिप में उन्हें रैना के हाथों कैच करा दिया। साकिब ने 15 गेंद में दो छक्कों की मदद से 22 रन बनाए।
बांग्लादेश को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 43 रन की दरकार थी। सौम्य सरकार (21 गेंद में 21 रन) ने जडेजा पर छक्का जड़ा।
धोनी इसके बाद बुमराह की गेंद पर सरकार का मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे। सरकार ने नेहरा पर चौका मारा लेकिन इसी ओवर में मिड आन पर कोहली को कैच थमा गए। बांग्लादेश को अंतिम दो ओवर में 17 रन चाहिए थे। बुमराह ने 19वें ओवर में सिर्फ छह रन बने और फिर पंड्या ने रोमांचक ओवर डालकर भारत को जीत दिला दी।
इससे पहले बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसके बाद रोहित और धवन की सलामी जोड़ी को खुलकर खेलने में परेशानी हुई। मुस्तफिजुर के पारी के छठे ओवर में रोहित और धवन ने छक्के जड़े लेकिन इसी ओवर में रोहित गेंद को हवा में लहरा गए और शब्बीर रहमान ने मिडविकेट पर कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।
धवन भी बायें हाथ के स्पिनर साकिब के अगले ओवर में सीधी गेंद को चूककर पगबाधा आउट हुआ जिससे भारत का स्कोर दो विकेट पर 45 रन हो गया। कोहली और रैना को भी शुरूआत में रन बनाने के लिए जूझना पड़ा। भारत 10 ओवर में दो विकेट पर 59 रन ही बना सका। कोहली 11 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब अल अमीन अपनी ही गेंद पर उनका कैच लपकने में नाकाम रहे। रैना ने इसी ओवर में लगातार दो छक्के जड़कर 30 गेंद के बाउंड्री के सूखे को खत्म किया।
स्वागत होम का पारी का 14वां ओवर घटना प्रधान रहा। रैना ने पहली गेंद पर चौका जड़ा जबकि कोहली ने तीसरी गेंद पर छक्के से 50 रन की साझेदारी पूरी की। कोहली हालांकि अगली गेंद को चूककर बोल्ड हो गए। उन्होंने 24 गेंद की अपनी पारी में सिर्फ एक छक्का मारा। हार्दिक पंड्या (15) ने इस आफ स्पिनर की अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर भारत के रनों का शतक पूरा किया।
भारत को बड़े स्कोर तक ले जाने का दारोमदार अनुभवी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह पर था लेकिन इन दोनों ने निराश किया। युवराज छह गेंद में सिर्फ तीन रन बनाने के बाद ऑफ स्पिनर महमूदुल्लाह की गेंद पर शार्ट फाइन लेग पर अल अमीन को कैच दे बैठे। भारतीय टीम 16वें से 18वें ओवर तक कोई बाउंड्री नहीं लगा पाई। रविंद्र जडेजा (आठ गेंद में 12 रन) ने अल अमीन पर दो चौके मारे लेकिन मुस्तफिजुर ने उन्हें बोल्ड कर दिया। धोनी (12 गेंद नाबाद 13) और अश्विन (दो गेंद में पांच रन) ने टीम का स्कोर 140 रन के पार पहुंचाया। पूरी पारी के दौरान भारतीय बल्लेबाज रन गति बढ़ाने के लिए जूझते रहे। अंतिम पांच ओवर में भी टीम 34 रन ही जोड़ सकी।