महेंद्र सिंह धोनी ने सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ दी और ऐसे में अब टेस्ट कप्तान कोहली को इन दोनों प्रारूपों में टीम की अगुवाई करने का जिम्मा सौंपा जा सकता है.भारतीय चयनकर्ता मुंबई में जब इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये टीम का चयन करने के लिये बैठेंगे तो यह लगभग तय है कि विराट कोहली को इन दोनों प्रारूपों की कप्तानी भी सौंपी जाएगी जिससे भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट में नये युग की शुरूआत होगी.
महेंद्र सिंह धोनी ने सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ दी और ऐसे में अब टेस्ट कप्तान कोहली को इन दोनों प्रारूपों में टीम की अगुवाई करने का जिम्मा सौंपा जा सकता है.कोहली को कप्तानी का जिम्मा सौंपे जाने को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं है लेकिन चयनकर्ताओं के लिये उचित संतुलन बनाते हुए दो टीमों का चयन करना आसान नहीं होगा क्योंकि कई खिलाड़ी अब भी चोटों से जूझ रहे हैं.
मुंबई के दो बल्लेबाज रोहित शर्मा और अंजिक्य रहाणे चोटिल होने के कारण बाहर हैं. इससे खराब फार्म में चल रहे शिखर धवन को फिट होने की स्थिति में के एल राहुल के साथ पारी का आगाज करने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. यह भी हो सकता है कि चयनकर्ता किसी बिल्कुल नये खिलाड़ी पर भरोसा दिखायें.
कर्नाटक के राहुल चोटिल होने के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में नहीं खेल पाये थे जबकि दिल्ली के बल्लेबाज धवन भी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान चोटिल हो गये थे. बायें हाथ के बल्लेबाज धवन ने जनवरी में आखिरी बार आस्ट्रेलिया में वनडे मैच खेले थे. पहले दो मैचों में फ्लाप रहने के बाद उन्होंने अगले तीन मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक लगाये थे.
इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ने वाले करूण नायर को रहाणो के स्थान पर सीमित ओवरों की टीम में चुने जाने की संभावना है.स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की उपलब्धता पर अब भी सवालिया निशान लगा हुआ है जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के बाद चोट के कारण तमिलनाडु की तरफ से रणजी ट्राफी में नहीं खेले.
वह न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में भी नहीं खेले थे क्योंकि तब उन्हें विश्राम दिया गया था.दूसरे आफ स्पिनर जयंत यादव को चोटिल होने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच से बाहर रहना पड़ा था. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चयनकर्ता मैच फिटनेस साबित किये बिना इन दोनों गेंदबाजी आलराउंडरों का चयन करते हैं या नहीं.
धोनी भले ही कप्तानी से हट गये हैं लेकिन उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में खुद को उपलब्ध रखा है. चयनकर्ताओं को भी इससे अवगत करा दिया गया है जो कि अन्य दावेदारों पर उन्हें ही तरजीह देंगे.न्यूजीलैंड के खिलाफ रविंद्र जडेजा को विश्राम देकर अक्षर पटेल को बायें हाथ के स्पिनर के रूप में चुना गया था. लेकिन अब टेस्ट और वनडे के बीच काफी विश्राम मिलने के बाद जडेजा को टीम में लिया जा सकता है. उस टीम में यादव के साथ अमित मिश्रा तीसरे स्पिनर थे.
मनीष पांडे और केदार जाधव के अलावा मनदीप सिंह वनडे टीम में अपनी जगह बनाये रख सकते हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में नहीं खेलने वाले मोहम्मद शमी और धवल कुलकर्णी चोटिल होने के कारण बाहर हैं तो चयनकर्ता अच्छी फार्म में चल रहे जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव के साथ इशांत शर्मा को चुन सकते हैं.
हार्दिंक पंड्या भी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान चोटिल हो गये थे लेकिन वह यहां डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में खेल रहे हैं और उन्हें टीम में लिया जा सकता है.यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता सुरेश रैना पर वनडे के लिये विास दिखाते हैं या नहीं. रैना को हालांकि फिट घोषित होने पर तीन टी20 मैचों के लिये टीम में शामिल किया जा सकता है.
चयनकर्ता ब्रेबोर्न स्टेडियम में दस और 12 जनवरी को होने वाले दो अभ्यास मैचों के लिये भी कल भारत ए टीम का चयन करेंगे.बैठक के बारे में आधिकारिक जानकारी बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जोहरी ने प्रेस विज्ञप्ति में दी. वह बर्खास्त अजय शिर्के की जगह बोर्ड में फिलहाल सचिव की भूमिका निभा सकते हैं.