न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने विराट कोहली को महान खिलाड़ी करार देते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय कप्तान को खेलते हुए देखकर काफी कुछ सीखा है।आईसीसी टेस्ट रैकिंग में विश्व में तीसरे नंबर पर काबिज विलियम्सन ने यहां पत्रकारों से कहा विराट महान खिलाड़ी है और तीनों प्रारूपों में गेंदबाजों पर दबदबा बनाये रखने की उनकी योग्यता उन्हें विशेष बनाती है। निश्चित रूप से मैं उनसे प्रेरित हूं। मुझे उन्हें खेलते हुए देखना पसंद है और उन जैसे खिलाड़ी से काफी कुछ सीखता हूं।
वर्तमान समय में विलियम्सन और कोहली के अलावा जो रूट और स्टीव स्मिथ विश्व क्रिकेट के चार सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि सभी के अपने-अपने मजबूत पक्ष हैं। अब तक 51 से अधिक के औसत और 14 शतकों की मदद से 4393 रन बनाने वाले 26 वर्षीय विलियम्सन ने कहा स्मिथ और रूट भी हम सभी अलग अलग तरह के खिलाड़ी हैं और हमारे अपने मजबूत पक्ष हैं। अपनी रणनीति पर कायम रहने की कोशिश करना इस खेल का खूबसूरत पक्ष है।
हर कोई अपनी तरह से खेलता है और सफलता पाता है।विलियम्सन ने कहा कि उन्हें कप्तानी और बल्लेबाजी के बीच संतुलन बनाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। उन्होंने कहा, ‘मैं चुनौती का आनंद ले रहा हूं। हमारे पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और हम सभी अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहे हैं। हमें सुधार जारी रखने होंगे और कप्तान के रूप में इस पर मेरा ध्यान केंद्रित है।
जब मेरे पर कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं होती तब बल्लेबाज के रूप में मेरा काम अपनी भूमिका निभाना होता है। यह थोड़ा भिन्न है।
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन और कोच माइक हेसन दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि उनके बल्लेबाजों के लिए रविचंद्रन अश्विन एंड कंपनी का सामना करना थोड़ा मुश्किल होगा जबकि उनके खुद के स्पिनरों को कूकाबुरा गेंद से एसजी टेस्ट के साथ तेजी से सामंजस्य बिठाना होगा।
विलियम्सन को यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं हुई कि स्पिन की भूमिका अहम होगी। उन्होंने कहा पिछली श्रृंखला में स्पिन ने अहम भूमिका निभायी थी। कुछ अवसरों पर बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था। इसमें संदेह नहीं कि इसे खेलने में थोड़ी मुश्किल होगी। हमारे पास भी तीन बहुत अच्छे स्पिनर हैं। यह चुनौती होगी। भारत के खिलाफ उसकी सरजमीं पर खेलना सबसे कड़ी चुनौतियों में से एक है। एक टीम के रूप में हम खेलने को लेकर उत्साहित हैं।
कोच हेसन ने कहा कि न्यूजीलैंड में उपमहाद्वीप की स्पिनरों की मददगार परिस्थितियां तैयार करना मुश्किल है। उन्होंने कहा हमने बुलावायो में काफी समय बिताया। उस श्रृंखला में स्पिनरों का दबदबा रहा और विकेट धीमा था और विकेट में वैसी ही तेजी थी जैसी हमें भारत में मिलती है। इस तरह की परिस्थितियां स्वदेश में तैयार करना मुश्किल है।
हेसन को उम्मीद है कि मिशेल सैंटनर और ईश सोढ़ी जैसे न्यूजीलैंड के स्पिनर कूकाबूरा से एसजी टेस्ट गेंदों से सामंजस्य बिठाने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा विदेशों के कई स्पिनर इन परिस्थितियों में सफल रहे हैं। हमारा स्पिन ग्रुप युवा है और उनके लिये कूकाबुरा से दूसरी तरह की गेंद एसजी टेस्ट से सामंजस्य बिठाना चुनौती होगी।
लेकिन न्यूजीलैंड के कोच ने कहा कि जब कोई ऐसी परिस्थितियों में खेलता है जहां गेंद रिवर्स होती है तो वहां रिवर्स स्विंग की भूमिका बढ़ जाती है। उन्होंने कहा मेरा मानना है कि जिस पिच से बहुत अधिक सीम मूवमेंट नहीं मिल रहा हो तो हमें दूसरा रास्ता तलाशने की जरूरत पड़ती है।